गाजियाबाद फेक न्यूज़ में जैसे ही खुलासा हुआ है की जय श्री राम को बदनाम करने के लिए वीडियो के साथ छेड़छाड़ की गई थी वैसे ही लिबरल गैंग पूरी तरह बैकफुट पर आ गया है। उत्तर प्रदेश में दंगों की साजिश के उद्देश्य से लिबरल गैंग ने जिस तरह से बुजुर्ग के वीडियो को वायरल किया और उसके बाद जिस तरह से यूपी पुलिस ने उनके खिलाफ कार्रवाई की बात की है, तभी से लिबरल गैंग के मोहम्मद जुबेर ने अपनी उस वीडियो को डिलीट कर सफाई दी है।


एक तरफ जहां लिबरल गैंग के कुछ लोग अभी भी उस वीडियो को महज न्यूज़ रिपोर्ट के आधार पर शेयर किया हुआ बता कर अपनी जिम्मेदारी से बचने का प्रयास कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ योगी आदित्यनाथ सरकार भी कड़ा संदेश देने की तैयारी में है। जैसे ही मोहम्मद जुबेर ने वीडियो डिलीट कर देने वाला भी किया वैसे ही योगी सरकार के मीडिया सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने उनको आगाह करते हुए कहा यह सब सफाई बाद में देना पहले यूपी पुलिस को यह बताओ कि तुम छुपे हुए कहां हो?

इसके अलावा योगी सरकार में दूसरे मीडिया सलाहकार मृत्युंजय कुमार ने भी ट्विटर पर लिखा है कि ऑल्ट न्यूज़ बीजेपी शासित सरकारों के खिलाफ दोषपूर्ण रवैया अख्तियार करते हुए फेक न्यूज़ फैलाता है ऐसे में यूपी पुलिस को उनके खिलाफ कड़ा एक्शन लेना चाहिए।


एक तरफ जहां गाजियाबाद फेक न्यूज़ पर यूपी पुलिस ने बड़े नामों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की है तो वहीं दूसरी तरफ सोशल मीडिया यूजर्स संदेह जता रहे हैं कि जितनी ज्यादा कड़ी कार्रवाई की उम्मीद देश की जनता कर रही है ऐसा कुछ होने नहीं जा रहा है क्योंकि आखिरकार सरकार इन लोगों से समझौता कर लेगी और महज उन्हें चेतावनी देकर छोड़ देगी। जनता के मुताबिक योगी सरकार को इन फेक न्यूज़ फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। वाकई में जिस तरह से यह लोग लगातार नफरत करने वाली फेक न्यूज़ फैलाते हैं उस आधार पर इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए इस मामले को लॉजिकल एंड तक ले जाना चाहिए, ना कि यह सिर्फ गीदड़ भभकी साबित हो।

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