परेशान पड़ोसी पाकिस्तान के सितारे तो तभी से गर्दिश में चल रहे हैं जब से भारत में एक प्रखर राष्ट्रवादी सरकार और मोदी ,शाह ,योगी जैसे राजनेताओं ने सत्ता संभाली है। मोदी सरकार ने भी पड़ोसी की आतंक की , पत्थरबाजी की , सीमापार से नकली नोटों और नशे की स्मगलिंग समेत तमाम ठेलियां और रेहड़ियां बंद करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
रही सही सारी कसर पूरी हो गई जब एक तरफ अयोध्या में राम जन्म भूमि मंदिर का निर्माण शुरू हो गया , नागरिकता संशोधन कानून पारित हो गया , नोटबंदी से नकली नोटों पर नकेल कस दी गई और आखिरकार सत्तर सालों तक नासूर की तरह देश को चुभ रहा और कांग्रेसी सरकारों की धूर्तता का बायस , संविधान के अनुच्छेद 370 को एक झटके में ही मोदी सरकार ने निकाल फेंका। मगर देश की छाती से निकला ये शूल , कश्मीर के आतंकियों और उनके हम कदम , गिलानी ,अब्दुल्ला , मेहबूबा के जिगर में भीतर तक धँस गया।
पचास सालों तक कश्मीर के नौजवानों ,बच्चों को बरगला कर आतंक की राह पर धकेलने वाले ये तमाम सियासतदान , रौशनी एक्ट समेत अन्य ऐसी ही व्यवस्थाओं की आड़ में कश्मीर की धन सम्पदा जर जमीन सब कुछ हड़प कर ,भारत के संविधान , देश ,कानून और व्यवस्था के साथ साथ कश्मीर की अवाम को भी धोखा देते रहे । गिलानी जैसे धूर्त ,मौकापरस्त छुटभैये नेता अपने बच्चों , रिश्तेदारों को तो विदेश भेज कर उन्हें महफ़ूज़ रखा मगर पाकिस्तान के साथ अपने नाज़ायज़ ताल्लुक़ात को बनाए रखने के लिए पूरे कश्मीर को दोज़ख की आग में धकेल दिया ।
अब जबकि अपनी औलाद इमरान खान को यतीम करके गिलानी मियां रुख्सत हो लिए तो ऐसे में तालिबान ने पाकिस्तान का नया अब्बू बनने की पेशकश कर दी है मगर फिलहाल तो पाकिस्तान में तौबा तौबा का ही मकाम है । वल्लाह !
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