जब शेर आपस में लड़ते हैं तो उनकी खाल यूं बाजारों में बिकती है। क्या अपने कभी अपने पूर्वजों को ये ढोंग करते देखा है..?
इसलिए नम्र निवेदन है इस तरह के वस्त्रों को कम्पनियां बनाकर हिन्दू भाइयों के भाईचारे को समाप्त न करें। और मेरा भी नम्र निवेदन है कि ऐसे किसी भी षड्यंत्र का हिस्सा आप लोग न बने। मार्केट में बिक रही ऐसी चीजों का बहिष्कार करें जो किसी विशेष जाती का समर्थन करें या जिसे हमारी संस्कृति, हमारा भाईचारा, हमारा हिन्दुत्व ख़तरे में हो
? जय हिन्द ?
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