छी छी छी , कोई दुश्मन को भी न इतने बुरे दिन दिखाए लेकिन पाकिस्तान के किए पाप हैं तो भुगतना भी तो उसे ही पडेगा। हर नया वाला हुक्मरान पिछले वाले को या तो देश से निकाल कर भगा देता है , या लटका देता है या फिर बम से उड़ा देता है कुला मिला कर निबटा देता है। इसलिए जो पाकिस्तान की गद्दी पर बैठा होता है वो अंदरखाने से अपने बुढ़ापे के इंतज़ाम में भी लगा ही होता है।
क्रिकेटर से राजनेता बने और पाकिस्तान के वर्तमान प्रधानमंत्री इमरान खान के गद्दी पर बैठने से लेकर अब तक पाकिस्तान की हालत बस ये समझिये कि पहले थाली में नमक और प्याज भी रहता रहा रोटी के साथ लेकिन अब ऐसा नहीं है क्यूँकि चीनीयों के क़र्ज़ ने बिलकुल ही नंगा करके छोड़ दिया और रही सही कसर अफगानिस्तान में तालिबानियों ने कब्जा जमा कर पूरी कर दी है।
ऐसे में इमरान खान ने , राष्ट्राध्यक्षों को अपने विदेश भ्रमण के दौरान मिले और सरकारी आवास में रखे उपहार ” में से एक महंगी घड़ी यदि छुप छुपा कर बेच भी दी तो ऐसे में विपक्ष का उन पर यूँ हल्ला बोल देना कितना मुनासिब है ये कोई भी अनुमान लगा सकता है।
इमरान खान पर पाकिस्तान की सभी विपक्षी पार्टियों ने ये आरोप लगाया है कि , बतौर राष्ट्र प्रमुख विदेश के दौरों पर दूसरे राष्ट्र प्रमुखों से मिलन के दौरान शिष्टाचार के रूप में उपहार भेंट किया जाता है जो कानूनन राज्य की धरोहर होता है। लेकिन अगर देश की माली हालत इतनी खराब हो और दूसरे सभी दुश्मन दोस्त देश भी मुंह फेरे खड़े हों तो ऐसे में कोई भी अपनी तिजोरी की चिंता ही तो करेगा सो इमरान खान ने भी की और एक मिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य की कीमत की एक कलाई घड़ी बेच दी।
विपक्ष का कहना है की यदि इमरान खान को वो घडी अपने लिए रखनी भी तो भी उसकी अनुमति तभी दी जा सकती है जब इमरान खान उस घड़ी की मूल्य के बराबर धन राशि राजकोष में जमा करवा दें , लेकिन इमरान खान ने ऐसी ओछी हरकत करके सबको शर्मसार किया है। और इससे पूरे पाकिस्तान की राजनीति की छवि खराब हुई है।
जब इस बात की जानकारी प्राप्त करने के लिए सूचना के अधिकार का इस्तेमाल किया गया तो सरकार और उनकी पार्टी ने इसे गोपनीय बताते हुए जानकारी साझा करने से इंकार कर दिया और इसके विरुद्ध उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटा दिया।
अब पाकिस्तान का समय ही खराब चल रहा हो तो कोई घड़ी बेच खरीद भी क्या ही कर सकेगी वैसे इमरान खान गाजी पठान को थोड़ा तो लिहाज़ रखना ही चाहिए था , कम से कम , चोरी वाली खबर को लीक होने से तो रोकता, लिल्लाह
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