इन दिनों हिन्दुस्तान ने जो तेवर और ताबड़तोड़ बना रखा है वो युगों बाद सुलगा हुआ बारूद है | अपने नामुराद पड़ोसियों की कान उमेठ कर उनकी पूँछ पर पेट्रोल डालने का फैसला बरसों से टलता चला आ रहा था | मगर अब निर्णय स्पष्ट और रवैया सख्त करने का समय आ गया था |
देश के विरोधी ,शत्रु , अहित सोचने वाले देश के अंदर और बाहर दोनों तरफ एक ही भोंपू बजाते रहे , लड़ाई में ऐसा हो जाएगा वैसा हो जाएगा यानि जो नुकसान ,घाटा होगा वो अपना ही होगा | समय बदला और सबको लग गया कि ये दोनों नकली देश ,फुग्गे सरीखे , एक नक़ल का पर्याय और दूसरा आतंक की सगी अम्मी | दोनों लानत भेजने लायक मिल कर भी भारत का बाल भी बांका नहीं कर सकते |
ये नई शताब्दी में दुनिया में सबसे अधिक प्रखर भारतीय युवाओं की हुंकार का समय है | सब कुछ नियति ने अपने आप तय कर दिया है | पूरी दुनिया जब इस नामुराद देश चीन की भयानक करतूत का खामियाजा भुगत रही तो ऐसे में इस देश को दण्डित किए जाने , लतिआए जाने ,सार्वजनिक रूप से जलील किए जाने का काम भी भारत की फ़ौज के जिम्मे ही आना था |
चीन की हाल ही में गोद ली गई नाजायज़ औलाद पाकिस्तान पहले ही भारतीय फ़ौज की पिटाई का लुत्फ़ उठा चुकी है वो भी दो दो बार और जमीन से लेकर हवा तक मार मार के इनकी तशरीफ़ की तौबा तौबा करवाई गई | बाद में तो वे बचाए दुनिया की गली गली में अपनी कटोरी लिए घूमने लगे |
असल में चीन को आदत तो थी , हिंदी चीनी भाई भाई का झूठ लहराते हुए विश्वासघात करके सेंधमारी करते रहने की ,मगर गलती ये हुई अबकि बार कि वे भूल गए ये नया भारत है ,दृढ़ और अडिग ,निडर और स्पष्ट | वो भारत जो अपनी ताकत ,अपनी काबलियत ,अपनी हिम्मत को भली भाँति पहचानता है और अब ये सबको समझ जाना चाहिए था
तो जब होना ये चाहिए था कि अपने अपराध के लिए चीन को विश्व समुदाय के सामने शर्मिन्दा होना चाहिए था उलटा वो हर तरह से आक्रामक रवैया अपनाए हुए है | आज अमेरिका ,जापान ,ब्रिटेन ,फ्रासं और आस्ट्रेलिया समेत बहुत सारे देश अपने अपने सोटे से चीन की पीठ सेंक रहे हैं |
भारत को हमेशा से लचीला जान कर पाकिस्तान और चीन ने अपनी कुत्ताघसीटी जारी रखने की जो कोशिश की वो घूम फिर कर आज उसी पर भारी हो गई | पाकिस्तान को पहले ही घर में घुस कर तबाही के कहर तक पीट पीट कर चेताने का सबक देने के बीच ही लगे हाथ फिर इन धूर्त चमगादड़ ,सूअर ,कुत्ते खाने वाले चीनीओं की हिमाकत की हवा निकाल दी बिहार रेजीमेंट के थोड़े से लड़कों ने सौ से अधिक चीनियों को गाजर मूली की तरह काट दिया |
अब लड़के चीन की छाती पर चढ़ बैठे हैं , ससुरे पूरी दुनिया में बिलबिलाए घूम रहे हैं , हाय तौबा मचा रखी है | बोले तो बोले किससे और सुने तो कोई इसकी सुने क्यूँ ? सरकार ,सत्ता , फ़ौज से लेकर जनता तक ने फैसला सुना दिया है |
आतंकियों और पत्थरबाजों के धंधे को पहले ही चौपट कर चुकी भारतीय फ़ौज लगे हाथ बाकी की बीमारियों का ईलाज़ वो भी बाकायदा वैक्सीन लगा लगा कर रही है | इधर सरकार नकलियों के बाज़ार वाले सारे ठेलों , टिक टॉक से लेकर खिलौने तक , सब पर ताला लगवाकर उन्हें भी अपने चाहते पाकिस्तान की तरह भिखमंगा बनाने में लगी है |
तो मिस्टर शी झिनपिंग कोरोना वाले
हाउ इज द होश ?
ठिकाने लग गए शाब , फटी पड़ी है
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