देश के खिलाफ पत्रकारिता करना कुछ संस्थानों को काफी सुहाता है इसी कड़ी में ‘इंडिया टुडे’ India Today अक्सर अपने संस्थान में मौजूद कांग्रेसी विचारधारा के पत्रकारों के एजेंडे को आगे बढ़ाता रहता है। सोशल मीडिया पर इंडिया टुडे की जमकर भर्त्सना की जा रही है क्योंकि इंडिया टुडे ने एक फेक न्यूज़ पब्लिश की है। इंडिया टुडे ने खबर पब्लिश की है कि केंद्र सरकार ने हरिद्वार में आयोजित होने वाले कुंभ मेले को कोरोनावायरस के लिए प्रमुख तौर पर जिम्मेदार ठहराया है। इंडिया टुडे की इस खबर को स्वास्थ्य मंत्रालय ने ट्वीट कर फेक बताया है।
सोशल मीडिया पर जनता इंडिया टुडे की इस फेक ख़बर के खिलाफ जमकर आवाज उठा रही है।
https://twitter.com/MahantBalaknath/status/1379666150091452417?s=19
इससे पहले जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हुए स्टिंग ऑपरेशन और हाथरस केस के समय भी इंडिया टुडे ने फेक न्यूज़ फैलाकर समाज और देश के खिलाफ काम करने की कोशिश की थी।
यह हाल इंडिया टुडे के तब है जब इंडिया टुडे के सर्वेसर्वा राजदीप सरदेसाई को अभी हाल ही में ENBA अवार्ड से नवाजा गया है। देश की जनता को सोचना चाहिए कि आखिर कब तक फेक न्यूज़ एजेंसी को हम अपना समय और पैसा देकर जीवन देते रहेंगे।
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