ये भला हो सकता है कि शांतिदूतों का कोई जमावड़ा हो और वो शान्ति और सुकून से बीत जाए तो आदतन आज भी मिलाद उल नबी के मौके पर विशेष समुदाय के लोग इकट्ठा होकर जबलपुर ,मध्यप्रदेश में शहर के बीचों बीच बने बाज़ार से गुजरते समय अपनी उमड़ रही भावनाओं पर काबू न रखते हुए वही सब करने लगे जो अक्सर करने लगते हैं। दुकानदारों से बदसलूकी , मारपीट और छीना झपटी।
किन्तु ठीक सामने पुलिस खडी थी और इत्तेफाक से इस बार बिलकुल तैयार खडी थी फिर तो – देख तमाशा लकड़ी का। पुलिस ने भी इन तमाम उपद्रवियों को वो खातिरदारी की वो तबियत से लहराया कि इस बेकाबू होती भीड़ को बकरी मेमने बनते देर नहीं लगी।
शांतिप्रिय और अहिंसा के मौलवी ,विशेष समुदाय के लोग भी फिर कहाँ मानने वाले थे उन्होंने भी सड़क और आसपास पड़े रोड़े पत्थरों को उठा कर हमेशा की तरह पुलिस पर हमला बोल दिया। इस पथराव में पांच पुलिस वालों के घायल होने की खबर है। पुलिस ने भी आँसू गैस के गोले छोड़ कर उस गहरे वाले धुएँ में घुस कर इन उपद्रवियों के ऊपर इतने लट्ठ बजाए कि उनके जाने कहाँ कहाँ से आँसू निकल पड़े।
पुरे क्षेत्र में शान्ति व्यवस्था एकदम काबू में है और धारा 144 भी लगा दी गई है। सरकार ने सबसे शान्ति और धैर्य बनाए रखने की अपील करते हुए -मिलाद उल नबी की बधाई भी दी है।
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