हाल के दिनों में देश में इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा लगातार आतंक फैलाया जा रहा है, देश को दंगों की आग में झोंकने की कोशिश की जा रही है. लेकिन इसी बीच एक और बड़े गेम प्लेन का पर्दाफाश हुआ है। तेलंगाना के निजामाबाद से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है. जहां तेलंगाना पुलिस ने निज़ामाबाद से कट्टरपंथी इस्लामी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी PFI के चार सदस्यों को गिरफ़्तार किया है. इन लोगों के नाम हैं, शेख शदुल्लाह, मोहम्मद इमरान और मोहम्मद अब्दुल मोबिन. इनमें मोहम्मद इमरान सिर्फ 22 साल का है और मोहम्मद अब्दुल मोबिन 27 साल का है. जबकि शेख शदुल्लाह की उम्र 40 वर्ष है.

इन सभी पर आरोप है कि ये लोग कराटे की ट्रेनिंग देने के नाम पर मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनने की ट्रेनिंग देने का काम करते थे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इन कैंपों में शामिल होने वाले युवाओं को शरिया कानून पढ़ाया जाता था. इनके अंदर मजहबी जहर घोला जाता था और इन्हें साम्प्रदायिक दंगों को भड़काने की ट्रेनिंग दी जाती थी .

इन कैंपों में हिदु धर्म के लोगों को टारगेट कर उनपर हमले की ट्रेनिंग दी जाती है। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि PFI ने इस तरह के कैंप करवाने के लिए बड़ा नेटवर्क खड़ा कर लिया है। अब तक इसमें शामिल 200 लोगों का पता चला है। पुलिस कमिश्नर केआर नागराजू के मुताबिक PFI के तीनों लीडर्स से कई हथियार भी बरामद किए गए हैं। उन्होंने बताया कि इन हथियारों का इस्तेमाल ट्रेनिंग कैंपों में किया जा रहा था। साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि 30 और साथियों के बारे में भी पता चला है। उन्हें भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।

दरअसल मुस्लिम युवकों को कभी तालीम के नाम पर तो कभी हाथों में कराटे स्टिक्स थमा कर उनके दिमाग में कट्टरवाद का ज़हर भरने का काम किया जाता है. इस मामले में पुलिस ने सबसे पहले अब्दुल खादिर नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया था, जिसकी उम्र 52 वर्ष है. आरोप है कि अब्दुल खादिर ही कराटे के नाम पर मुस्लिम युवाओं को सिर काटने की ट्रेनिंग देता था.

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