पूरा देश जहां एक तरफ अवैध रोहिंग्या और बांग्लादेशियों की समस्या से जूझ रहा है तो वहीं दूसरी तरफ दिल्ली में अरविंद केजरीवाल की सरकार रोहिंग्या ओं को हर तरह की मदद मुहैया करा रही है। पिछले 7 सालों में अवैध तरीके से बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों के राशन कार्ड बनाए गए और उन्हें दिल्ली की नागरिकता प्रदान कर दी गई। प्रदेश में मौजूद दिल्ली बीजेपी इस मुद्दे को उठाने में लचर और असफल साबित हुई है क्योंकि बीजेपी को अपने आपस की अंदरूनी लड़ाई से ही फुर्सत नहीं है।
दिल्ली के मदनपुर खादर में अभी हाल ही में रोहिंग्या बस्ती में आग लग गई थी जिसमें 50 से ज्यादा झोपड़ियां जलकर खाक हो गई थीं। पहले तो सवाल यह उठाया जाना चाहिए था कि दिल्ली में इन रोहिंग्या को अवैध रूप से बसाया किसने?? मगर न बीजेपी ने यह सवाल उठाया और ना ही किसी और शख्सियत ने… ऐसे में आम आदमी पार्टी पार्टी का साहस इतना ज्यादा बढ़ गया है कि अब वह इन रोहिंग्याओं को सरकारी पैसा मुहैया करा रही है।
ओखला से आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान इन रोहिंग्या घुसपैठियों को आर्थिक मदद मुहैया कराने जा रहे हैं। ट्विटर पर अमानतुल्लाह खान ने लिखा है कि ‘कंचन कुंज के रोहिंगया कैंप में आग लगने से प्रभावित हर परिवार को 10हज़ार रु की फ़ौरी मदद के साथ महीने भर का राशन और रहने के लिए टेंट का इंतज़ाम हमने कर दिया है।हमारी कोशिश है कि इनके लिए और बेहतर इंतज़ाम किया जा सके,जिससे ये अपनी ज़िंदगी बेहतर तरीक़े के गुज़ार सकें।’
सूत्र बताते हैं कि दिल्ली सरकार तो अपने इन अवैध मेहमानों के लिए खातिरदारी कर ही रही है इसके अलावा छिपे हुई तरीके से भी इनके लिए मुस्लिम ब्रदरहुड के नाम पर पैसा जमा किया जा रहा है। आखिर क्यों दिल्ली में सोई हुई बीजेपी पुरजोर-जोरदार तरीके से यह सवाल नहीं उठाती है कि दिल्ली में रोहिंग्या बसाए कैसे गए और फिर आखिर किस अधिकार से सरकारी पैसा जोकि जनता की गाढ़ी कमाई है उसे इन अवैध रोहिंग्या को दिया जा रहा है।
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