प्रदेश की शासन व्यवस्था और क़ानून को चुस्त दुरुस्त करने व् रखने के लिए इन दिनों मध्यप्रदेश के मुख़्यमंत्री और मामा जी के नाम से लोकप्रिय शिवराज सिंह चौहान ने ठीक वही रुख और रवैया अख्तियार किया हुआ है जो उनके पडोसी राज्य उत्तर प्रदेश के मुखिया आदित्यनाथ योगी जी ने।

अपराधियों , भू माफियाओं , मिलावटखोरों , और नशे के सौदागरों स्मगलरों से लेकर राजनैतिक शह पाए तमाम सफेदपोशों पर क़ानून का जोरदार चाबुक चलाए जाने की प्रशासनिक दृढ़ता ने जैसे सूरत ही बदल कर रख दी है।

हाल ही में दोनों प्रदेशों ने , अपने अपने क्षेत्र में लव जेहाद के बढ़ते हुए अपराध को नियंत्रित करने के लिए लव जेहाद के विरुद्ध एक सख्त क़ानून पारित कर दिया।

अभी हाल ही में हुई पथराव की घटनाओं और इससे पहले कोरोना काल में जांच हेतु गए चिकित्सा दलों पर पथराव जैसी अन्य घटनाओं पर शिवराज सिंह चौहान सरकार ने गंभीरता से संज्ञान लिया है।

एक प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि , पत्थरबाजी की बढ़ती हिंसक घटनाओं को साधारण मान कर नहीं छोड़ा जा सकता क्यूंकि इससे अक्सर जान चली जाती है और प्रदर्शन भी दंगे का रूप लेकर अधिक भयावह हो जाता है। इसलिए इसके विरूद्ध बहुत जल्दी ही एक कठोर क़ानून सरकार लेकर आएगी और योगी मॉडल की तरह उपद्रवदियों से उनकी उनकी संपत्ति जब्त करके भी सार्वजनिक सम्पत्ती के हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी।

एक एक करके जिस तरह से राज्य के मुख्यमंत्री अपने अपने प्रदेशों की सुरक्षा ,कानून व्यस्था , और विकास के लिए आगे बढ़ कर नई चुनौतियों को गले लगाकर दृढ़ फैसले ले रहे हैं वो निश्चित रूप से बदलते भारत के लिए एक सुखद संकेत है।

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