बांग्लादेश के एक इमाम ने तमाम तालीम को भुलाते हुए अपनी ही छात्रा के साथ वहशी वारदात को अंजाम दिया है। इमाम द्वारा मदरसा की छात्रा को बंदी बनाकर दो दिन तक दुष्कर्म करने का मामला सामने आते ही सनसनी फैल गई। पुलिस की शुरुआती पूछताछ में 50 वर्षीय आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।

50 वर्षीय इमाम अबुल बशर को 14 वर्षीय मदरसा छात्रा को दो दिनों तक कैद में रखने और उसके साथ कई बार बलात्कार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। चंदीना के तीरचर स्थित नोयाबारी मस्जिद के इमाम 50 वर्षीय अबुल बशर को रैपिड एक्शन बटालियन ने सोमवार देर रात सदर दक्षिण उपजिला से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के मुताबिक 50 वर्षीय इमाम छात्रा को अरबी भाषा पढ़ाता था , मौका पाकर बशर ने 22 से 23 जुलाई के बीच लड़की के साथ बलात्कार किया, उसने उसे अपने घर में कैद कर रखा था।

हैरान करने वाली बात यह है कि 50 वर्षीय इमाम छात्रा को अरबी भाषा पढ़ा रहा था और वह उसे दीन की तालीम दे रहा था। मगर हकीकत यह है कि इमाम खुद दीन के रास्ते से भटका हुआ था जिसने लड़की के साथ हैवानो वाली वारदात को अंजाम दिया।

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