बिहार के बांका में एक मस्जिद के पास स्थित मदरसे में बम विस्फोट होने से पूरा मदरसा ध्वस्त हो गया… इस घटना में मदरसे के मौलवी की मौत हो गई और करीब चार लोगों के भी जख्मी होने की सूचना है। हैरानी की बात है कि सभी जख्मी लोगों का कहीं अता-पता नहीं चल रहा है। पहले सिलेंडर विस्फोट कहकर जांच को भ्रमित करने की कोशिश की गई मगर मौके पर जांच के लिए पहुंची फॉरेंसिक टीम ने पाया कि बम विस्फोट से ही मदरसा उड़ा है।

कुछ लोगों का कहना है कि मदरसे में बम रखा हुआ था, वही विस्फोट कर गया. स्थानीय लोगों ने बताया कि बम विस्फोट की घटना के बाद आसपास के सभी पुरुष घर छोड़कर फरार हो गए हैं, जबकि घरों में मौजूद महिलाएं कुछ भी बताने से इनकार कर रही हैं. घायलों का भी पता नहीं चल सका है।

गंभीरता से सोचने लायक मसला यह है कि आखिर कुछ कट्टरपंथी लोग देश को बारूद के मुहाने पर क्यों बैठाना चाहते हैं। मदरसों के अंधेरों में मुल्क के खिलाफ नफरत की कौन सी तालीम दी जाती है जिससे मजहबी जेहनों में गद्दारी के गलत इरादे पनाह पाते हैं। सोचने का समय है अलर्ट होने का समय है..ये महज एक खबर नहीं बल्कि मुल्क के मुस्तक़बिल का सवाल है अगर हम अब भी सचेत नहीं हुए तो हिंदुस्तान के पास आने वाले सालों में पछताने के अलावा कुछ नहीं बचेगा।

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