नरेंद्र मोदी की सरकार में तुष्टीकरण के लिए कोई जगह नहीं है बरसों से कांग्रेस शासन में कश्मीर में जिन लोगों को पाल पोस कर भारत का विरोध करने के लिए खड़ा किया गया था अब मोदी सरकार में उन लोगों की जड़ों पर कायदे से मट्ठा डाला जा रहा है । नरेंद्र मोदी अपनी अलग शासन शैली से जिस तरीके से राजदंड का सिद्धांत कायम कर रहे हैं वह अपने आप में भारत भाग्य विधाता के लिए नजीर है।
जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों में घाटी में आतंकी घटनाओं में तेजी देखने को मिली है. कई आम कश्मीरियों को भी मारा गया है. इस बीच अब जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बड़ा फैसला लेते हुए सैयद अली शाह गिलानी के पोते अनीस उल इस्लाम को उसकी सरकारी नौकरी से बर्खास्त कर दिया है।
अनीस उल इस्लाम जम्मू कश्मीर में शेर ए कश्मीर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में बतौर रिसर्च अफसर काम कर रहा था. लेकिन अब उस सर्विस से ही उसे टर्मिनेट कर दिया गया है. उसके अलावा जम्मू-कश्मीर के डोडा स्थित स्कूल के एक टीचर फारूक अहमद भट्ट को भी नौकरी से बाहर कर दिया गया है. उसका भाई मोहम्मद अमीन भट्ट एक सक्रिय LeT आतंकवादी है जो पाक अधिकृत कश्मीर से काम कर रहा है. ऐसी जानकारी मिली थी कि फारूक अपने भाई के इशारे पर एक आतंकी हमला करने वाला था।
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