भारत कोरोना महामारी के इस दौर में अपने पड़ोसियों के लिए इसी सच्चे दोस्त की भूमिका निभा रहा है। आबादी के लिहाज से दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश होने के बावजूद भारत लगातार अपने जरूरतमंद पड़ोसियों को कोरोना वैक्सीन भेज रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे ‘वैक्सीन मैत्री’ का नाम दिया था। भारत की इस दरियादिली की दुनियाभर में तारीफ हो रही है। अब खुद विश्व स्वास्थ्य संगठन के चीफ ट्रेड्रोस अधानोम भारत के कायल हो गए हैं और उन्होंने पीएम मोदी को शुक्रिया भी कहा है।

डब्ल्यूएचओ चीफ ने अपने ट्वीट में लिखा है, ‘ग्लोबल कोविड-19 रिस्पॉन्स को लगातार समर्थन देने के लिए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शुक्रिया। मिलकर काम करने, ज्ञान साझा करने से ही हम इस वायरस को रोक सकते हैं और जिंदगियां बचा सकते हैं।’

Thank you #India and Prime Minister @narendramodi for your continued support to the global #COVID19response. Only if we #ACTogether, including sharing of knowledge, can we stop this virus and save lives and livelihoods.

इससे पहले ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलसोनारो ने भी वैक्सीन की पहली खेप मिलने के बाद भारत का शुक्रिया अदा किया था और संजीवनी बूटी ले जाने वाले भगवान हनुमान से तुलना की थी। उन्होंने कहा था कि भारत से वैक्सीन पाकर ब्राजील सम्मानित महसूस कर रहा है।

Namaskar, Prime Minister @narendramodi

Brazil feels honoured to have a great partner to overcome a global obstacle by joining efforts.

Thank you for assisting us with the vaccines exports from India to Brazil.

Dhanyavaad! धनयवाद

बांग्लादेश भी कह चुका है शुक्रिया

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भी ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के कोविड-19 टीकों की 20 लाख खुराक भेजने के लिए पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया था। हसीना ने ट्वीट किया, ‘मैं प्रधानमंत्री मोदी को उपहार के रूप में वैक्सीन भेजने के लिए धन्यवाद देती हूं, मुझे उम्मीद है कि बांग्लादेश को कोविड-19 महामारी से छुटकारा मिलेगा।

DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.