हाँ तो ,इससे ज्यादा , इससे कुछ अलग की उम्मीद करना वो भी , दुनिया के सबसे शांतिपूर्ण मज़हब वाले लोगों से , बिलकुल ही बेमानी है। उनके लिए दुनिया में सिर्फ एक ही चीज़ बनी और बची हुई है वो है , मज़हबी कट्टरता में धर्मांध होकर पूरी दुनिया में आग लगा देना। फिर चाहे इसकी शुरुआत अपने घर में आग लगा कर ही क्यों न करनी पड़े।

ऐसा ही एक हृदयविदारक घटना पाकिस्तान में हुई है। जहां एक युवती फौजिया बीबी ने अपने पिता और परिवार की मर्ज़ी के खिलाफ जाकर प्रेम विवाह कर लिया था। मगर इसे अपनी बेइज्जती समझ कर फौजिया का पिता जो इस बात का बदला लेने की ताक में रहता था एक दिन मौक़ा पाकर उसने अपना बदला पूरे वहशी तरीके से ले ही लिया।

फौजिया के अब्बू मंजूर ने फौजिया और उसकी दूसरी बेटी के घर में घुस कर उनके पूरे परिवार , उनके पति और चार बच्चों सहित सबको जिंदा ही आग के हवाले करके नृशंस तरीके से जला पर उनकी ह्त्या कर दी। मरने वालों में चार अबोध बच्चे तो मंजूर के नाती नातिन ही थे।

अब ज़रा कल्पना करके देखिये कि जो मज़हबी कट्टरता में अपनी संतानों को अपनी अगली पीढ़ियों को भी इस तरह से क़त्ल कर देने पर आमादा हैं उन्हें फिर दुनिया की शान्ति , स्नेह , प्रेम की बात क्यों ही समझ आएगी। फिलहाल मंजूर हसन फरार है और पुलिस उसे तलाश कर रही है।

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