कोरोना महामारी की लहर पूरे देश में जारी है मगर इस बीच कुछ लोग ऐसे भी हैं जो लाशों के ऊपर बैठकर अपने हाथ सेंक रहे हैं ताकि उनका राजनीतिक एजेंडा चमकाया जा सके। देश की छवि को धूमिल करने और जनता के बीच डर का माहौल पैदा करने के लिए लिबरल टुकड़े गैंग के सारे सदस्य रोज हरा चवनप्राश खाकर सोशल मीडिया पर जुट जाते हैं। इन्हीं चेहरों में से एक है एनडीटीवी की पत्तलकार गार्गी रावत अंसारी ,जो सोशल मीडिया पर रात दिन केंद्र सरकार को कोसने का काम करती है अब उन्होंने एक ऐसा झूठ सोशल मीडिया पर फैलाया है जिसके चलते उनकी चौतरफा आलोचना हो रही है।
एनडीटीवी पत्रकार ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक तस्वीर साझा की है जो उन्नाव की है …उस तस्वीर को गार्गी रावत अंसारी ने यह कहते हुए शेयर किया है कि उन्नाव में गंगा जी के अंदर इतनी सारी लाशें बह रही हैं जबकि सच ये है कि तस्वीर 2015 की बताई जा रही है। हैरानी की बात है कि 2015 की तस्वीर को अबकी तस्वीर बता कर यह तथाकथित पेशेवर पत्रकार जल्दबाजी में गलतफहमियां क्यों फैलाते हैं?
हद दर्जे की गिरी हुई बात यह भी है कि अब तक गार्गी रावत ने अपने उस ट्वीट को डिलीट नहीं किया है यानी कि एक तो गलती और उसके बावजूद भी पछतावा ना होना। इससे पहले भी सोशल मीडिया पर कई ऐसे हैंडल मौजूद है जो पुरानी तस्वीरों को साझा कर कोरोनावायरस पर डर का माहौल पैदा कर रहे हैं।
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