पाकिस्तान में शोषित हिंदू-सिखों के लिए आवाज़ उठाने वाले मानवाधिकार कार्यकर्ता पर चाकू से हमला किया गया है। खुद ऑस्टिन ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “मुझ पर एक जिहादी ने चाकू से हमला किया। मुझे नहीं पता कि वह कौन था, मगर वह शायद मध्य-पूर्व या कहीं और से था।” राहत ने कहा कि वह घायल हो गए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हमले से आहत राहत ऑस्टीन ने वीडियो में कहा कि वो कुछ भी गलत नहीं कर रहे हैं, वे सिर्फ शोषित-पीड़ित लोगों के लिए आवाज उठा रहे हैं। राहत ने वीडियो में कहा कि “मैं सिर्फ सरकार, और मुस्लिम बहुल देशों में धार्मिक उत्पीड़न, रंगभेद, नरसंहार और जातीय हिंसा के मामलों की रिपोर्टिंग कर रहा हूँ। (वे) इसे ‘जिहाद’ के तहत करते हैं। जब 70 साल पहले 1947 में पाकिस्तान बना था, तब हम 23% थे और अब हम केवल 3% बचे हैं।”
जिहादी हमले में जख्मी राहत ऑस्टिन ने कहा, “यह एक व्यवस्थित नरसंहार है।” मानवाधिकार कार्यकर्ता ने कहा कि नियंत्रित मीडिया और सरकार की नीतियाँ यह सुनिश्चित करती हैं कि ऐसे मामले कभी किसी की नजर में न आए और अब ऐसे अपराधों की रिपोर्ट करने के लिए भी उनके प्रयासों को रोकने की कोशिश की जा रही है। “ये पागल लोग हैं। मुझ पर हमला हुआ। अगर मैंने खुद को बचाया नहीं होता, तो वो मेरा भी सिर कलम कर देते, जैसा कि दूसरों के साथ करते हैं। ये पागल लोग हैं।”
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