इस लॉक डाउन में जब चारों तरफ उद्योग धंधे , व्यापार ,काम रोजगार आदि सब मंदी की मार झेल रहे हैं ,तो ऐसी हालातों में भी पड़ोसी देश पाकिस्तान ने इस घोर आपदा में अवसर तलाश कर पूरी दुनिया को हैरान कर दिया है | यूँ तो पाकिस्तान ने कोरोना महामारी संकट की भयावहता को पहले ही पहचानते हुए दूसरे देशों से बहुत अलग सोचते हुए , फ़टाफ़ट पहले ही हज़ारों कब्र खुदवा कर तैयार करवा लिए | देर सवेर सबको आखिर जाना तो वहीँ है  तो बाक़ी के कामों में क्यूँ वक्त जाया किया जाए |

इतना ही नहीं , पाकिस्तान पर पड़ती वैश्विक मार के कारण एकदम पतली हालत हो चुके पाकिस्तान के सारे फुल टाईम व्यवसाय, आतंकवाद फैलाना ,जम्मू कश्मीर में उकसा कर अशांति और गड़बड़ पैदा करते रहना आदि जबसे भारत की नई सरकार के रुख कारण बंद हो गया तबसे विवश होकर पाकिस्तानी हुक्मरानों को अपना सारा ध्यान बाकी बचे एक ही धंधे पर फोकस करना पड़ रहा है | हालांकि इसके लिए इमरान खान , सेना प्रमुख बाजवा और आतंक प्रमुख हाफ़िज़ सईद ,  अपने अपने स्तर पर , अपनी अल्युमिनियम की कटोरी लेकर पूरे विश्व में भ्रमण कर भी रहे थे और जिसे जहां जो चिल्लर मिल रही थी वो ला भी रहे थे | मगर कोरोना के अचानक उग आए चीनी संकट ने सब गड़बड़ कर दी |

आखिरकार विश्व के कल्याणार्थ पाकिस्तान ने एक बहुत बड़ा निर्णय ले ही लिया और नए फैसले के तहत पूरा पाकिस्तान बिकने के लिए एकदम तैयार हो चुका है ,और थोड़ा थोड़ा तो बिक भी गया है , लेकिन थर्ड क्लास प्रोडक्ट होने के कारण सब  OLX पर भी पाकिस्तान को इग्नोर कर रहे हैं   | इससे पहले कि बिल्डर वहाँ भी प्लाट काट कर अपार्टमेन्ट बनाने का खवाब देखने लगें उन्हें कुछ ये जान लेना जरूरी है कि ,मैदान में पहले से कौन कौन है ? 

पाकिस्तान ने ताज़े ताज़े बने फूफाजान , वही वुहान वाले जिन्होंने चमगादड़ खा खा कर पूरी दुनिया को उलटा लटकवा दिया | वही कीड़े मकोड़े और चींटी जैसे पैदावार वाले चीनी , जिनका न सिर्फ कद छोटा है बल्कि नीयत भी उतनी ही ओछी और मानसिकता भी बहुत छोटी है तो इनको रहने के लिए जमीन , नहाने के लिए समुन्दर और खाने के लिए दुनिया हमेशा ही कम पड़ती है ,इनका पेट नहीं भरता | तो इन लिलिपुटियों ने पहले ही पाकिस्तान में सेंधमारी शुरू कर दी है | विश्व में सबसे बड़े सेंधामार चीन इस मामले में विश्व के अन्य किसी भी देश से कई गुणा ज्यादा नीच और मौकापरस्त देश है | 

पाकिस्तान में , पचास लाख चीनी नागरिकों के आवास आश्रय आदि के लिए चिन्हित और आरक्षित किया हुआ एक बहुत बड़ा क्षेत्र तो पाकिस्तान ने पहले ही अपनी बुआ के बौने बच्चों के नाम कर दिया है | फूफाजी चीन  ने साफ़ कह दिया है कि , हमसे सिर्फ चीज़ें (वो हम कैसी बनाते हैं ये दुनिया को पता है ) सड़क , हवाई पट्टी , बंकर बनाकर दे सकते हैं ,पैसे वैसे के लिए पठानों के आगे ही कटोरी फैलानी पड़ेगी | और जुल्म की इन्तहा तो देखे दुनिया की पहले ही खान साब अपने फूफाजी को लिख कर दे चुके हैं कि , उनकी यानी चीन की करेंसी पाकिस्तान में चलेगी ,खूब चलेगी | 

शेख और पठानों ने पाकिस्तान की नीयत को सही समय पर पहचानते हुए , पाकिस्तान को खैरात और मदद के रूप में दिए गए सारे पैसे वापस मांगे हैं वो भी इस सख्त लिहाज़ में मांग लिए हैं कि एक बार फिर से पूरे पाकिस्तान में तौबा तौबा का मुकाम हासिल हो गया है | पैसे के बदले में कुछ उठा ले जाने के पाकिस्तानी ऑफर को ये कहते हुए अरबों ने ठुकरा दिया की , ओए खोते ,आम लोग ऊँट चलाती ,खच्चर का क्या जरूरत आमको | 

इस बीच पाकिस्तान के सटोरियों ने इस बात पर भी सट्टा लगा रखा है कि ,असल में तो पूरे पाकिस्तान को बाजवा पहले ही हड़प चुका है , बस रजिस्ट्री नहीं करा रखी है उसकी | और ये भी की पाक प्रधानमंत्री  इमरान सिर्फ नेट प्रेक्टिस कर पा रहे हैं , और उसमे भी आउट ऑफ़ फॉर्म चल रहे हैं , लाहौर बिना कुव्वैत | 

ये 2020 ,जाने क्या क्या युगांतकारी दिखा कर मानेगा , मुझे लगता है कि क्रिकेट विश्व कप की अगली पाकिस्तानी टीम के कप्तान और उपकप्तान चायनीज़ ही होंगे ,और फिर बाद के बाद में टीम भी चायनीज़ ही होगी ,क्यूंकि ……..छोडिए ,आपको चीन और उईगर मुस्लिमों ,सिर्फ इसी विषय पर पढवायेंगे ,किसी अगली पोस्ट पर | 

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