प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी की सरकार ने ‘जो कहा सो किया’ के उसूल पर चलते हुए बड़ा माइलस्टोन तय किया है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पौने दो लाख परिवारों का वो बेसिक सपना पूरा हुआ है, जिससे वो अबतक मरहूम थे। आजादी के इतने सालों बाद तक भारतवासी रोटी-कपड़ा-मकान की बेसिक समस्याओं से नियति के सहारे लड़ता चला आ रहा है, मगर महादेव कृपा से अब देश को एक ऐसा प्रधान सेवक मिला है जो खुद जनता के पास जाकर उन्हें उनके सपनों का घर दे रहा है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुताबिक पहले सरकार के पीछे लोग भागते थे कि उन्हें घर मिल जाए और अब यह पहली सरकार है जो स्वयं जनता के बीच जाकर उन्हें उनका घर दे रही है

आपदा को अवसर में बदलने की मुहिम के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वह कर दिखाया जिस वजह से भारत की जनता ने उन्हें प्रधान सेवक की कुर्सी तक पहुंचाया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोनावायरस काल में 18,00,000 घरों का निर्माण किया गया है जिसमें से अकेले 1,75,000 घर मध्यप्रदेश में जनता को दिए जा रहे हैं। 


हैरत की बात यह है कि अमूमन घर बनने में 125 दिन का समय लगता है मगर मजदूरों की घर वापसी के चलते यह काम 45 से 60 दिन में संभव हो पाया।
जाहिर है अगर सही नीयत से सही वोट का इस्तेमाल कर सही सरकार चुनी जाए तो ऐसे लोक हितकारी काम होते रहे हैं और आगे होते भी रहेंगे।

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