आम आदमी पार्टी की सरकार दिल्ली की सत्ता में सिर्फ फ्री पानी, फ्री बिजली, बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था के शिगुफे को लेकर ही नहीं आई थी बल्कि वर्ल्ड क्लास शिक्षा के सपने भी दिल्ली वासियों को सीएम केजरीवाल ने दिखाए थे. लेकिन हालात देश के सामने है कि किस तरह से केजरीवाल ने सिर्फ दिल्ली की शिक्षा प्रणाली को ही बर्बाद नहीं किया है बल्कि छात्रों के भविष्य के साथ भी खिलवाड़ किया है.

आम आदमी पार्टी की सरकार अब दिल्ली के बाद पंजाब के छात्रों का भविष्य बर्बाद करने की तैयारी कर रही है. पंजाब की नई-नवेली सरकार दिल्ली के शिक्षा मॉडल की नकल कर पंजाब के छात्रों को अपटूडेट बनाने की तैयारी में है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान केजरीवाल के सानिध्य में आगे बढ़ते हुए शिक्षा जगत से जुड़े लोगों के बीच में भाषण देते हुए कहा कि पंजाब के प्रिंसिपल, हेड मास्टर और दूसरे शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड, स्वीटजरलैंड, यूह्यूस्टन, ऑक्सफोर्ड जैसी जगहों पर भेजा जाएगा

भगवंतमान ने यह भी कहा है कि वे दिल्ली की शिक्षा मॉडल की नकल पर पंजाब में शिक्षा को सुधारने के लिए काम करेंगे। इसके लिए दिल्ली सरकार और पंजाब सरकार के बीच एक समझौता भी हो चुका है। लेकिन इस बीच बड़ा सवाल ये कि पंजाब की शिक्षा नीति में समस्या क्या है और इसमें सुधार किस तरह होना चाहिए , क्योंकि सिर्फ केजरीवाल जी को खुश करने के लिए कुछ भी कह देना सही नहीं है क्यों मान साहब !

पंजाब के शिक्षा मॉडल में इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी को खुद मुख्यमंत्री ने स्वीकारा है. नेटवर्क 18 के मुताबिक कार्यक्रम में पंजाबी में अपने भाषण में उन्होंने प्राचार्यों को संबोधित करते कहा, “मुझे आपकी प्रतिभा पर संदेह नहीं है। मुझे आपकी क्षमताओं पर विश्वास है लेकिन मुझे पता है कि आपकी क्षमता और आकांक्षाओं से मेल खाने के लिए कोई बुनियादी ढांचा नहीं है।” लेकिन बात यहीं आकर फंस जाती है क्या सिर्फ भाषणों में लंबे-लंबे दावे और वादे करने भर से राज्य में सब कुछ सही हो जाएगा? लोकलुभावन योजनाओं की घोषणा कर, लोगों के लिए फ्री की सेवाओं का ढिंढोरा पीटकर क्या राज्य को विकास की पटरी पर दौड़ाया जा सकता है? देखा जाए तो सीएम भगवंत मान कुछ इसी ढरे पर चलते नजर आ रहे हैं. अगर शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए विदेश भेजा जाता है तो ये खबर खूब सुर्खियां बटोरेगी. लेकिन इससे शिक्षा के क्षेत्र में सुधार कितना होगा ये कहना मुश्किल है लेकिन हां आम आदमी पार्टी की सरकार को पब्लिसिटी जरुर मिल जाएगी ।

वैसे जिस दिल्ली के शिक्षा मॉडल को अपनाने की तैयारी मान सरकार कर रही है उसकी कलई तो हर रोज खुल रही है । शिक्षकों का वेतन भुगतान नहीं हो रहा है, छात्रों के लिए चलने वाली DTC बस सेवा शुरू नहीं हुई है। स्कूलों में बच्चों को पीने के लिए साफ पानी नहीं है, बैठने के लिए इतंजाम नहीं है , मतलब बुनियादी सुविधाएं तक नहीं है ऐसे में इन सब कमियों के बाद भी दिल्ली का शिक्षा मॉडल बड़े-बड़े होर्डिंग्स और स्कूल जाते बच्चों के वीडियो वाले विज्ञापनों और झूठ के बल पर खूब बेचा गया। अब पंजाब की नयी सरकार भी इसी शिक्षा मॉडल को पंजाब में लागू करने की तैयारी कर रही है. आम आदमी पार्टी के राज में पहले दिल्ली के ही छात्रों का भविष्य दाव पर था अब उसमें एक और राज्य पंजाब का नाम जुड़ जाएगा. मतलब पंजाब के छात्रों का भी भगवान ही मालिक है !

 

 

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