योगी आदित्यनाथ सरकार ने बिजनौर में जाट युवक रचित की सरेआम हत्या के मामले पर कठोर रुख अख्तियार कर लिया है, मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाई जाएगी और आरोपियों पर NSA लगाया जाएगा। गौरतलब है कि शारिक, सहजन आसिफ, शादाब और शहवर ने मिलकर बिजनौर में रंजीत नाम के जाट युवक की सरेआम गोलियां मारकर हत्या कर दी थी । युवक की हत्या करने के बाद चारों आरोपी भागने की बजाय पुलिस का इंतजार करने लगे और दुकान के बाहर बैठकर सिगरेट सुलगाते रहे। इस बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी। बदमाश इतने बेखौफ थे कि हत्या करने के बाद वह फायरिग कर तमंचे लहराते हुए गवाही देने वालों को जान से मारने की धमकी देते रहे।
मौके पर पहुंची पुलिस चारों को गिरफ्तार कर बाइक पर भी ही थाने ले गई और फिर लॉक अप में डाल दिया। आरोपियों की पहचान शारिक, सहजन, आसिफ आब्दी, शादाब, शहवर के रूप में हुई है। मृतक युवक का नाम रचित जाट बताया जा रहा है। आरोपी किसी पुरानी रंजिश के चलते बाजार में आए और ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी।
अब ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कि दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर बैठकर प्रदर्शन कर रहे राकेश टिकट जैसे नेता जाट युवक की क्रूर हत्या पर मौन क्यों है आखिर क्यों वो जिहादी एजेंडे के तहत खालिस्तानीयों के गोदी में बैठकर चक्का जाम किए हुए हैं।
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