शिक्षक – एक लुप्तप्राय हो रही नस्ल.

सभी अभिभावक ये चाहते हैं कि बच्चों को उनकी प्राथमिक कक्षाओं में अच्छे शिक्षक मिलें पर कोई अच्छा शिक्षक स्वेच्छा से प्राथमिक कक्षाओं में...

अयोध्या

वैसे तो अंग्रेजी भाषा के एक महान नाटक का शेक्सपियर साहब कह चुके हैं कि “व्हाट्स इन ए नाम” मतलब “नाम में क्या रखा...

आधुनिक कालनेमि।

अगर आप कभी भी रामायण का अनुशीलन करेंगे तो पाएंगे कि रामायण में मंथरा , सूर्पनखा , मारीच और कालनेमि आदि चरित्र लगभग समय-समय...

अविवाहित प्रौढ़ाओं की बढ़ती तादाद: नारीवाद का भयानक पश्चात् प्रभाव।

  गार्गी ,मैत्रेयी ,आण्डाल , अपाला आदि विदुषी महिलाओं के देश में नारीवाद का तूफान उठाकर तथाकथित बुद्धिजीवियों ने एक ऐसा हौव्वा खड़ा किया...

पहाड़े याद करके क्या करोगे!

एक आदरणीय मित्र ने अपने एक आलेख में एक अमेरिकी मित्र के साथ अपने विमर्श को साझा किया है कि आखिर पहाड़े की जरूरत...

आज संविधान दिवस है ।

हर वर्षगांठ, बरसी ,जयंती या पुण्यतिथि एक विचारणीय कालखंड होता है जिसमें हम कोशिश करते हैं कि उन खूबियों और खामियों पर चिंतन करें...

कृष्ण

कृष्ण समग्रता के ईश्वर हैं। कृष्ण राम की तरह न तो अपनी पत्नी की अग्निपरीक्षा लेते हैं और ना ही अपने भाई का परित्याग...

नर्सरी राइम्ज़ के माध्यम से भारत में ईसाइयत के द्वारा फैलाया जा रहा अवसाद।

आमतौर पर ईसाइयत को सहिष्णुता का प्रतिमान मान लिया जाता है सिर्फ ईसा मसीह के एक बयान की वज़ह से कि अगर कोई आपके...

यशवंत सिन्हा की हार के नियतार्थ और निहितार्थ।

देश की प्रथम आदिवासी महिला के राष्ट्रपति होने पर श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को अनगिनत बधाइयां और अभिनंदन और यह होना ही था क्योंकि अगर...