फ्रांस से तीन राफेल लड़ाकू विमानों का चौथा जत्था बुधवार शाम भारत पहुंच गया। इन विमानों के आने से भारतीय वायुसेना की हमला करने की क्षमता में और इज़ाफा होगा। महत्वपूर्ण ये है कि इन विमानों के भारत आने में मुस्लिम देश संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के वायु सेना टैंकरों ने आसमान में ही विमानों में ईंधन भरा, इसका फायदा यह हुआ कि यह विमान फ्रांस से भारत आने में कहीं भी नहीं रुके।
जाहिर है पाकिस्तान का समर्थन करने वाले टुकड़े टुकड़े गैंग और लिबरल गिरोहों को इस बात से भयानक अशांति महसूस होगी कि मुस्लिम देश की सेना भारत के राफेल को लाने में मदद कर रही है। भारत ने राफेल विमानों में ईंधन भरने के लिए यूएई की वायुसेना का आभार जताया और इसे दो वायुसेनाओं के बीच मजबूत रिश्तों में एक और मील का पत्थर बताया।
इसी के साथ भारतीय बेड़े में राफेल विमानों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है। गौरतलब है कि करीब चार साल पहले फ्रांस से 59,000 करोड़ रुपये में 36 राफेल विमान खरीदने का सौदा किया गया था। इन विमानों को पिछले साल 10 सितंबर को अंबाला में एक कार्यक्रम में आधिकारिक रूप से भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया।
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