दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार अवैध रोहिंग्या घुसपैठियों को किस तरह से जनता के टैक्स का पैसा खिला रही है वह अपने आप में हैरान करने वाला है। अभी हाल ही में दिल्ली के मदनपुर में 50 से अधिक रोहिंग्या झुग्गियों में आग लग गई , इस आग को देखकर अरविंद केजरीवाल का दिल पसीज गया और अब उनके विधायक अमानतुल्लाह ने घोषणा की है कि उनकी सरकार रोहिंग्या घुसपैठियों को ₹10,000 की आर्थिक मदद और राशन-पानी और रहने की व्यवस्था करेगी।
अब गौर करने वाली बात यह है कि दिल्ली के मजनू टीला पर 145 हिंदू शरणार्थी परिवार 2013 से रह रहे हैं। हजारों दरख्वास्त लगने के बाद भी वहां आज तक बिजली नहीं है। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी रकाबगंज, मजनू टीला से Skill Development के 1 कमरे के लिए बिजली की गुहार लगाते-2 जूते घिस गए।
मगर रोहिंग्या के लिए हर सुविधा?
हम भारत में हैं या पाकिस्तान में?
हैरानी की बात यह है कि आजादपुर और मजनू टीला में बसे हुए शरणार्थी हिंदू परिवारों को पीने का पानी-बिजली जैसी बेसिक सुविधाएं नहीं मिल रही है तो वहीं दूसरी तरफ रोहिंग्या शरणार्थियों के वोटर आईडी कार्ड ,आधार कार्ड रातों-रात बन जाते हैं और उसके बाद उन्हें सरकारी कोष से मदद अलग से मिल रही है। आखिर किसके आदेश किस के निर्देश और किसकी सुनियोजित चाल के तहत दिल्ली में अवैध रोहिंग्या घुसपैठियों को बसाया जा रहा है।
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