तमिलनाडु में संघ कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई है मगर देश में किसी के मुंह से कोई आवाज तक नहीं निकली है । संघ के पदाधिकारी रविकुमार पर तमिलनाडु के कम्बम (तेनी) में दो मोटारसाइकिल पर आए चार नकाबपोश लोगों ने प्राणघाती हमला किया, जिसमें रविकुमार गंभीर रूप से घायल हुए।
रविकुमार 45 वर्ष के हैं। वे तमिलनाडु के तेनी जिले में धर्म जागरण प्रमुख का दायित्व निर्वाह कर रहे हैं। आजीविका के लिए वे कम्बम कुमुली रोड पर ऑटोमोबाइल स्पेयर पार्ट्स की दुकान चलाते हैं। 7 जनवरी की सुबह वे मोटारसाइकिल से अपनी दुकान खोलने जा रहे थे।
उसी समय चार अज्ञात नकाबपोश लोगों ने उन्हें रोका और गंदी-भद्दी गालियाँ देते हुए लोहे की छड़ें और ‘अरुवल’ (कत्ती) से मारना आरंभ किया। ‘अरुवल’ केरल और तमिलनाडु में एक प्रकार का कृषि उपकरण भी है और इसका प्रयोग हथियार के रूप में भी होता है। प्रायः इसका प्रयोग गैंगस्टर करते हैं।
स्थानीय लोगों ने पूरे घटनाक्रम का उल्लेख करते हुए कहा कि 2 जनवरी को रविकुमार और अब्दुल रज्ज़ाक के बीच झगड़ा हुआ था। वास्तव में अब्दुल रज्ज़ाक ने गौमांस का अपशिष्ट रविकुमार के खेत में इमली के पेड़ों के नीचे फेंका था। रविकुमार ने इस घृणित कृत्य की शिकायत की तो अब्दुल रज्ज़ाक ने उनके साथ हाथापाई की थी।
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