पहलवान साक्षी मलिक विनेश फोगाट और बजरंग पुनिया जंतर मंतर पर धरना देकर उठ चुके हैं और वे अब अपनी नौकरी को ज्वाइन कर चुके हैं।
साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया पर आरोप यह भी लगे कि वे लोग विपक्ष के बहकावे में आकर लगातार केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ नफरत उगलते रहे और इस वजह से सरकार और पहलवानों के बीच संवाद के सभी रास्ते बंद हो गए।
कल केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया ने मुलाकात की और इस दौरान उनके साथ किसान नेता राकेश टिकैत भी थे। हैरानी की बात यह देखिए सरकार से संवाद तो साक्षी मलिक ने किया मगर उन्होंने एक फेक तस्वीर ट्वीट कर किसानों के दर्द को बयां किया।
साक्षी मलिक ने अपनी ट्वीट में हरियाणा के किसानों पर हुए लाठीचार्ज का जिक्र किया और जो तस्वीर लगाई वह दिल्ली के मुखर्जी नगर में ऑटो ड्राइवर की थी जो बीते कई साल पहले दिल्ली पुलिस के द्वारा पीटा गया था। ऐसे में सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने साक्षी मलिक के इस रवैये पर कड़े सवाल खड़े किए और पूछा कि क्या फेक तस्वीर ट्वीट करने के चलते साक्षी मलिक के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं की जानी चाहिए?
किसानों ने सिर्फ़ अपनी फसलों की एमएसपी माँगी थी. लेकिन क्रूर तंत्र ने उन्हें लाठियाँ और गिरफ़्तारियाँ दीं.
किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी की गिरफ़्तारी की हम निंदा करते हैं, उनकी जल्द रिहाई हो.
आंदोलन में शहीद हुए किसान की खबर ने आँखें नम कर दी हैं pic.twitter.com/wf8wuec1tr
— Sakshee Malikkh (@SakshiMalik) June 7, 2023
DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.