हमारे बड़े बुजुर्गों ने कहा है ‘जैसा करोगे, वैसा भरोगे’… शिवसेना नेता संजय राउत के साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा है। ये वहीं संजय राउत हैं जिन्होंने अपने स्वार्थ पूर्ति के लिए शिवसेना को उसके सिद्धातों से अलग करने में बड़ा रोल निभाया, जिनके इशारे पर उद्धव ठाकरे ने बाला साहेब के सिद्धातों को दरकिनार करते हुए कांग्रेस और NCP से हाथ मिलाकर उनके हाथों की कठपुतली बन गई.

लेकिन कहते हैं ना सबको उसके कर्मों का हिसाब यहीं मिलता है, शिवसेना की दशा की पटकथा लिखने वाले संजय राउत अब सलाखों के पीछे अपने किये गए कर्मों का फल भोग रहे हैं. संजय राउत को रविवार को ED ने भूमि घोटाले मामले में गिरफ्तार कर लिया. राउत को मुंबई की एक ‘चॉल’ के पुनर्विकास में कथित अनियमितताओं और उनकी पत्नी से संबंधित लेन-देन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पहले समन भेजकर पूछ्ताछ की गई और बाद में उन्हें इसी मामले में गिरफ्तार किया. कोर्ट ने उन्हें 4 अगस्त तक ईडी की कस्टडी में भेज दिया है।

अब जब संजय राउत जेल में हैं तो ऐसे में जाहिर है उन लोगों को चैन मिला होगा जिनका चैन संजय राउत ने महाराष्ट्र की सत्ता में रहते हुए छीन लिया था. इसमें दो नाम बड़े ही ताजा हैं पहला एक्ट्रेस कंगना राउत का और दूसरा लोकसभा सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा का. संजय राउत बिना सिर-पैर वाले मामले में इन सभी को जेल भेजने को आतुर थे . उन्होंने बेबाक कंगना रनौत जैसी एक्ट्रेस को कई बार कभी सोशल मीडिया के जरिये तो कभी कैमरे के सामने से अपशब्द बोला . संजय राउत ने अघाडी सरकार के निर्देश पर बीएमसी की कार्रवाई को सही बताया था। सितंबर 2020 में बीएमसी ने अवैध निर्माण का हवाला देते हुए बांद्रा में कंगना रनौत के दफ्तर के एक हिस्से पर बुलडोजर चला कर ध्वस्त कर दिया था।

दरअसल महाराष्ट्र की सत्ता में रहने के दौरान संजय राउत ने बेवजह कईयों पर सत्ता की धौंस जमाते हुए उन्हें परेशान किया है . जिसके तहत इसी साल अप्रैल महीने में नवनीत राणा और रवि राणा को मुंबई पुलिस ने मातोश्री के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करने की जिद के बाद गिरफ्तार किया था।

दरअसल राउत के कर्मकांडों की लिस्ट इतनी छोटी नहीं है। मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में गिरफ्तार होने के बाद भी संजय राउत के तेवर नरम नहीं पड़े हैं. अपनी गिरफ्तारी से पहले ‘पुष्पा’ स्टाइल में झुकेगा नहीं टाइप का एक ट्वीट किया था. वहीं जब ED उन्हें गिरफ्तार करके ले जा रही थी तो महाशय ने बड़े ही नॉटी अंदाज में अपने कार के सनरुफ से निकलकर अपने भगवा गमछे को लहराकर यह दिखाने की कोशिश की थी कि वो हिंदूवादी बन गए हैं. लेकिन अब संजय राउत की सारी हेकड़ी निकल गयी है.

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