सरकार की तरफ से फ़ौज में भर्ती के लिए लॉन्च की गई अग्निपथ योजना को लेकर जिस तरह से बवाल बढ़ता जा रहा है उसे देखकर साफ कहा जा सकता है कि अब सरकार से अपनी बातें मनवाने के लिए आंदोलनकारी ना तो सड़कों पर बैठेंगे, ना ही भूख हड़ताल करेंगे और ना ही किसी तरह का विरोध प्रदर्शन . अब इनका एकमात्र हथियार है हिंसा. कहीं ट्रेन की बोगी जला दी गयी है. कहीं पर लोग पटरियां उखाड़ रहे हैं. कहीं पुलिस पर पथराव हो रहा है. कहीं रोडवेज की बसों के शीशे फोड़े जा रहे हैं. प्रदर्शनकारी विरोध के नाम पर देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं. और ये बवाल सिर्फ इसलिए हो रहा है ताकि देश की सुरक्षा के लिए की जाने वाले नौकरी के लिए सरकार को झुकाया जा सके. दरअसल अग्निपथ योजना को लेकर जिस तरह से अफवाह फैलाया जा रहा है, युवाओं को भ्रम में रखा जा रहा है वो कहीं से भी सही नहीं है.
देश में आज भी कुछ ऐसे कथित बुद्धिजीवी हैं जो देश की तरक्की और प्रगति से खुश नहीं होते. उनका काम ही है देश में आग लगाना, देशवासियों को बहकाना और फिर देश को हिंसा की आग में झोंक देना. वो है इस देश का वामपंथी मीडिया और उसके चहेते कथित पत्रकार. इस मामले में भी इन्होंने ऐसा ही किया. ट्विटर पर सरकार और इस योजना के खिलाफ किस तरह से हंगामा करने वालों को और उकसाया जा सकता है इनके ट्वीट देखकर आप समझ सकते हैं.
Where are the blood lusting news anchors, army brats when we need the most. No dog whistle, sedition, toolkit, terror, attack against sovereignty etc etc. No? Modiji has not given permission to outrage yet ? pic.twitter.com/jTvyeeVdTQ
— Rana Ayyub (@RanaAyyub) June 17, 2022
देश की सेवा का सपना देख रहे युवाओं को एक झटके में देश के दंगाई बना दिया गया है। शर्मनाक है ये सब। पता नहीं अहंकारी को कब अक़्ल आएगी। बेहद परेशान करने वाली तस्वीरें। https://t.co/319XgjKHm4
— Vinod Kapri (@vinodkapri) June 17, 2022
क्या पूरी BJP में कोई भी नहीं है जो मोदी को सदबुद्धि दे सके ?
— Vinod Kapri (@vinodkapri) June 17, 2022
इन ट्वीट को देख कर आप ये अंदाजा लगा सकते हैं कि कैसे वामपंथियों का खेमा पूरी तरह से सरकार के खिलाफ युवाओं को भड़काने का काम कर रहा है. एक तरफ सोशल मीडिया पर सरकार की तरफ से बताने की कोशिश की जा रही है इस नयी योजना के तहत किसी भी हाल में युवाओं का भविष्य दाव पर नही है तो वहीं दूसरी तरफ ये कथित बुद्धिजीवि वर्ग अपना ज्ञान बांट कर देश में अफवाह फैलाने का काम कर रहा है.
दरअसल जैसे ही सरकार ने सेना भर्ती के लिए नई योजना का एलान किया ये सभी इस योजना का अंधविरोध में जुट गए. इसके बाद क्या दिल्ली, क्या बिहार और क्या उत्तर प्रदेश हर जगह उपद्रवियों ने उत्पात मचाना शुरू कर दिया। लेकिन इन विरोध करने वालों से अगर पुछिए कि आप क्यों विरोध कर रहे हैं तो सबकी बत्ती गुल हो जाएगी. क्योंकि इसका जवाब किसी के पास है ही नहीं सभी भेड़िया चाल चले जा रहे हैं. और ये जवाब देंगे भी क्यों इनकी रोजी-रोटी के लाले जो पड़ जाएंगे ! इसी बीच कई महानुभावों ने अब इस मामले को लेकर विक्टिम कार्ड भी खेलना शुरू कर दिया है .
बलिया प्रदर्शन…किसी मां का लाल। pic.twitter.com/WpGrYcmIM9
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) June 17, 2022
दरअसल तीन दिनों से जिस तरह से विरोध के नाम पर हिंसा का रास्ता अपनाकर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जा रहा है वैसे लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जरुरत है. क्योंकि हर बार विरोध के नाम पर आम लोगों की गाढ़ी कमाई को आग के हवाले कर दिया जाता है वो बिल्कुल सही नहीं है. इसलिए इन आग लगाने वाले वामपंथियों के बहकावे में मत आइए, बल्कि ‘अग्निवीर’ बन राष्ट्र की सेवा के लिए आगे बढिए .
अग्निपथ योजना से जुड़ें भ्रम और अफवाह को दूर करने का दायित्व केवल सरकार का नहीं, बल्कि देश के नागरिकों का भी है.
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