झारखंड की राजधानी रांची से एक दर्दनाक घटना सामने आई है जहां पशु तस्करों ने महिला दरोगा संध्या टोपनो को वाहन चेकिंग के दौरान कुचलकर मार डाला। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक तुपुदाना में एंटी क्राइम चेकिंग चलाया जा रहा था। इसी दौरान ड्यूटी पर तैनात दरोगा संध्या टोपनो ने पिकअप वैन को रुकने का इशारा किया, लेकिन ड्राइवर ने गाड़ी रोकने के बजाय दरोगा के ऊपर गाड़ी को चढ़ाते हुए फरार हो गया। हालांकि कुछ देर बाद ही ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया।

रिपोर्ट के मुताबिक सिमडेगा पुलिस को इलाके में पशु तस्करों की सूचना मिली थी। जिसके बाद इसकी सूचना रांची पुलिस को दी गई। रांची पुलिस ने खूंटी रांची सीमा के तुपुदाना ओपी क्षेत्र के स्थित हुलहुन्दू के पास चेकिंग लगाया था। संध्या टोपनो 2018 बैच की दरोगा थीं और वर्तमान में तुपुदाना ओपी के प्रभारी पद पर तैनात थीं.

इधर इस घटना पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने बयान जारी करते हुए कहा कि जब से राज्य में हेमंत सोरेन की सरकार आई है उसके बाद से गौ तस्करी की राज्य में वृद्धि हुई है।

वहीं बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने ट्वीट कर कहा कि, ”भ्रष्टाचारियों को संरक्षित करने के चक्कर में आज झारखंड की क्या दुर्दशा हो गई, अब किसी से छिपी नहीं है.’

साभार-ट्वीटर

वही जहां विपक्षी पार्टी BJP ने इस घटना को लेकर हेमंत सोरेन की सरकार पर सवाल उठाए हैं वहीं एक सवाल हमारा उन मीडिया हाउस से है जिन्होंने खबर का एंगल ही बदल कर रख दिया. स्थानीय मीडिया और राष्ट्रीय मीडिया के बीच का अंतर आप कुछ न्यूज चैन्लस की हेडिंग देखकर समझ जाएंगे. सवाल ये कि आखिर क्यों कुछ मीडिया ने अपनी खबर में गौतस्करों का जिक्र नहीं किया है ? कहीं वो इसके बहाने अपना एजेंडा तो नहीं चलाना चाहते ?

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