मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में अरसे से खान गैंग और कपूर गैंग का दबदबा रहा है यह वही गैंग है जो अपनी छत्रछाया में सेकुलर समाजवादी यानी तीसरे दर्जे के गैंग को आगे बढ़ाता है और धीरे-धीरे पूरे देश की जनमानस पर लेफ़्टिस्ट विचारधारा को थोपने का प्रयास करता है। अक्सर हम देखते हैं कि फिल्म हो या फिर कोई वेब सीरीज सॉफ्ट व्यंग के बहाने हिंदुत्व के ऊपर प्रहार किया जाता है और यह सारे गैंग मुंबई में बैठकर सनातन धर्म को बदनाम करने का काम करते हैं।

 यह देखना दिलचस्प है कि फिल्म ‘द कश्मीर फ़ाइल्स’ के जरिए जिस तरीके से बॉलीवुड के इन मठाधीशों का गढ़ टूटा है, वो सुखद अनुभूति है। फिल्म द कश्मीर फाइल्स को देश के महज 400 सिनेमाघरों में रिलीज़ किया गया था और फिर 2 से 3 दिन के बाद जब पूरे देश में इस फिल्म की चर्चा हुई तो फिर इसे देश की 3000 सिनेमाघरों में रिलीज़ किया गया फिल्म वितरण के डिस्ट्रीब्यूशन पर इसी खान व कपूर गैंग का कब्जा रहता है और यह गैंग जिसे चाहे उसे खत्म कर देता है।
फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर भी खान व कपूर गैंग की यही सोच थी कि देश के चंद सिनेमाघरों में यह फिल्म रिलीज होगी और फिर उसके बाद यह फिल्म धीरे-धीरे जनमानस के याददाश्त से गुम हो जाएगी मगर जिस तरीके से देश की जनता ने इस फिल्म को प्रमोट किया व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस फिल्म का जिक्र किया… अब देखते ही देखते यह फिल्म देश के 4000 सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है और यह फिल्म 100 करोड़ क्लब की तरफ तेजी से बढ़ रही है।
फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ के जरिए कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचारों का फिल्मांकन किया गया है साथ ही साथ कश्मीर में तमाम हुर्रियत व बुखारी गैंग जिस तरीके से सेक्यूलर चादर ओढ़ कर रहते हैं उन्हें बेनकाब किया गया है मगर उससे भी ज्यादा सुखद यह है कि फिल्म द कश्मीर फाइल्स ने बॉलीवुड के तमाम खान व कपूर के गैंग की रीड की हड्डी तोड़ दी है।

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