विश्व क्रिकेट प्रतियोगिता में एक अदद सी जीत के लिए नाक रगड़ रहे पडोसी देश पाकिस्तान के लिए दशकों बाद जाकर मिली ये पहली जीत यदि उसके और उसके मंत्रियों तक के पागल हो जाने का बायस बनती है तो कोई हैरानी नहीं होनी चाहिए। लेकिन जिस तरह से पिछली रात आतिशबाजी और जश्न मनाया गया है और वो भी देश के हर कोने की मुगलिया बस्ती में मनाया गया है उसके बाद ये तय हो जाता है कि अगर सरकार जिद पर अड़ी है कि -कागज़ तो दिखाना होगा ही ऐसे हर जश्नबाज को।

ये जश्न , ये हुल्लड़ , पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे यूँ अचानक ही मनी रौशनाई पाकिस्तान की जीत के लिए नहीं थे कतई नहीं ,ये सब भारत की हार को देख कर मन में उठा हुलास है। और जैसा कि पडोसी कह भी रहा है दुनिया से कि ये ट्वेंटी ट्वेंटी का मैच की जीत नहीं बल्कि इस्लाम की जीत है भारत ही नहीं हिन्दुओं के खिलाफ।

भिखारी पाकिस्तान जिसके हुक्मरान अभी दो दिनों पहले तक दुनिया भर में घूम घूम कर अपने देश में नमक रोटी और प्याज खाने के पैसे तक के लिए खैरात मांगते फिर रहे थे , पाकिस्तानी अवाम वहां की फ़ौज और पुलिस को कुत्ते की तरह पीट रही है , पाकिस्तान के दिग्गज क्रिकेटर खुल्लम खुल्ला बता चुके हैं कि वे सिर्फ भारत के रहमोकरम पर हैं। पाकिस्तान की इस जीत का यूं फूहड़ जश्न मना कर अपने आका पाकिस्तान को खुश करने वालों को ये सब भी याद रखना चाहिए।

ऐसा नहीं है कि ये बीमारी नई है , पहले भी अनेकों बार भारत की हार वो भी पाकिस्तान के प्रतिद्वंदी के रूप में हुई है /होती है , एक ऐसा देश विरोधी समाज है जो भारत में दशकों से रहने ,खाने कमाने के बावजूद भी सिर्फ मज़हब के आधार पर अपने देश अपने राष्ट्र से अधिक पडोसी और इत्तेफाक से शत्रु ,आतंकी ,फक्कड पाकिस्तान के साथ खड़े और नाचते गाते रोते नज़र आते हैं। इनके मन में भारत के प्रति जितनी घृणा दिखती है उतनी ही इस बात कि भी हिन्दुओं के भारत की हार हुई है जिसका जश्न मनाया जाना लाज़िमी हो जाता है।

आतंक का कोई मज़हब अभी तक दुनिया के तमाम वैज्ञानिक नहीं बता पाए हैं लेकिन क्रिकेट मैच का मज़हब आज पाकिस्तान के मंत्री शेख रशीद ने तय कर दिया , भारत की हार हिन्दुओं की हार है और पाकिस्तान की जीत पूरे इस्लाम की , पूरी रियाया को जश्न के लिए खुला छोड़ दिया जाए (भुखमरी के कारण गृह युद्ध से हालातों के मद्देनज़र बाँध कर रखना पड़ रहा है सबको शायद ) .

लेकिन शेख जी शेखी बघारते समय ये भूल गए कि इस हिसाब से क्रिकेट में तो हिन्दुओं ने जाने कितनी ही बार आपके ऊपर फतह हासिल की है और फिर भूखे नंगे देशों से जश्न मनाने के लिए कहना -कुछ तो शर्म करो मंत्री जी

ये जो पाकिस्तान की जीत पर कूद कूद कर पाकिस्तान जिंदाबाद , और तशरीफ़ पर बम पटाखों से जश्न मना रहे थे लोग , सरकार को क्या देश की पूरी जनता को भी पता है कि कौन कहाँ क्यों और किनके द्वारा किया जाता है ये सब बार बार। इसलिए सरकार के साथ मिलकर सब यही बार कहते हैं कि इन नॉटी लोगों के कागज़ , चैंक किए जाने चाहिए और जरूर किए जाते रहने चाहिए।

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