स्वामी विवेकानंद पूर्व एवं पश्चिम संस्कृति को जोड़ने वाले सनातन सेतु!
उन्होंने पूर्व और पश्चिम संस्कृतियों को जोड़ने के लिए एक सेतु का काम किया| उनके अनुसार हम पश्चिम से काफी कुछ सीख सकते हैं लेकिन जरूरी है कि हमारी प्राचीन विरासत तथा आध्यात्मिक बहुलता पर उतना ही यकीन हो |उनका मानना था कि हमारे लोगों को अपने समृद्ध ज्ञान और परंपरा पर भी गर्व हो ना कि हम अपनी जड़ों को त्याग कर सिर्फ पाश्चात्य शैली का अंधानुकरण करें|