पश्चिम बंगाल में हिंसा और हत्याएं लगातार जारी है, हिंसा कम होने के बजाए हर रोज बढ़ती ही जा रही है. इसी कड़ी में पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में खैराशोल ग्रामीण मंडल के उपाध्यक्ष बीजेपी नेता मिथुन बागड़ी की TMC के गुंडों ने हत्या कर दी, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक TMC के गुंडों ने उन्हें बड़ी ही बेरहमी से मार डाला. वहीं पश्चिम बंगाल में नई सरकार के आने के बाद से हो रही राजनीतिक हिंसा और हत्याओं की वजह से आम लोगों में इतना डर भर गया कि लाखों लोगों को अपने घरों से पलायन करना पड़ा । भय का ऐसा माहौल है कि एक महीने बाद जब लोगों ने अपने घरों में आना शुरू किया तो बीजेपी के स्थानीय नेता और समर्थकों को ऑटो रिक्शा में लाउडस्पीकर लगाकर इलाके में ऐलान करना पड़ा कि उनसे गलती हो गई कि उन्होंने बीजेपी का समर्थन किया। पूरे राज्य में TMC के गुंडे, पुलिस और प्रशासन का इतना ज्यादा डर है कि हजारों-हजार बीजेपी के वो कार्यकर्ता, जो चुनावी हिंसा में बेघर हुए थे, अब TMC के गुंडों से माफ़ी मांग रहे हैं। उनके सामने कान पकड़ कर उठक-बैठक तो करवाया ही जा रहा है साथ ही उन्हें TMC की प्राथमिक सदस्यता भी दिलाई जा रही है। वहीं लगातार हो रही हिंसा को लेकर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ममता सरकार को खुली चेतावनी दे डाली है. 
राज्य में राजनीतिक हिंसा की वजह से बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर बीजेपी के विधायकों ने सोमवार को नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के नेतृत्व में राजभवन जाकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद राज्यपाल ने कहा कि ममता सरकार लगातार हिंसा के बावजूद आंख बंद किए हुए हैं। सरकार हिंसा को लेकर कार्रवाई करे नहीं तो मैं संविधान में प्रदत्त अपने कठोर अधिकारों के इस्तेमाल के लिए विवश हो जाऊंगा.
टीएमसी के गुंडे 2 मई से लगातार बेरोकटोक राज्य में खूनखराबा, हत्याएं, बलात्कार, आगजनी और संपत्ति का विनाश कर रहे हैं  बीजेपी कार्यकर्ताओं की अब तक हुई मौतों की कुल संख्या 38 तक पहंच गई है ,मतलब साफ है कि 2 मई से एक दिन में एक हत्या। इस बीच सुरक्षा मामलों कुछ जानकारों की माने तों बंगाल में 2 जून से कश्मीर में तुलना में ज्यादा लोग मारे गए है. लेकिन इसे विडंबना ही कहेंगे कि कि ऐसी खबरें मेनस्ट्रीम मीडिया को नहीं दिखती  । 
 

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