एशिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन गौतम अडाणी के बार में एक बात बड़ी मशहूर है कि वे सौदेबाजी करने में ज्यादा समय बर्बाद नहीं करते. हाल के दिनों में जिस तरह से एक के बाद एक उन्होंने कंपनियों का अधिग्रहण किया है वो वाकई काबिले तारीफ है. अब इसी कड़ी में गौतम अडाणी NDTV की 29.18% हिस्सेदारी खरीदने जा रहे हैं। मंगलवार शाम को इसका ऐलान किया गया। इसी बीच एक खबर ये भी है कि एनडीटीवी के चहेते पत्रकार रवीश कुमार ने इस्तीफा नहीं दिया है। यह बात उन्होंने खुद ट्वीट कर बताया.

दरअसल ये वही NDTV है जिसकी पत्रकारिता का मसकद ही PM मोदी और बीजेपी का विरोध करना है. जो हर वक्त अपना ही एजेंडा चलाता रहता है भले ही उसके लिए देश का विरोध ही क्यों न करना पड़े. ये वही चैनल है जिसने सरकार के विरोध में अपनी स्क्रीन तक काली कर ली थी लेकिन अब पासा पलट गया है। दरअसल जैसे ही NDTV के बिकने की खबर आयी चैनल के प्राइम टाइम एंकर रवीश कुमार के साथ-साथ उनके चाहने वालों की भी सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई.  रवीश कुमार के साथ ही उनके चाहने वालों को भी जबरदस्त मिर्ची लगी है.

दरअसल NDTV शुरु से ही वामपंथियों के कुतर्कों को सामने रखकर अपना प्रोपेगेंडा चलाता रहा है. आतंकियों का समर्थन करने से भी चैनल कभी पीछे नहीं रहा, बल्कि हमेशा से अपने चैनल को एक प्लेटफॉर्म की तरह भारत विरोधी लोगों के लिए NDTV ने सजाए रखा. एनडीटीवी के दोहरे मापदंड किसी से छिपे नहीं हैं।  इस मीडिया संस्थान पर विशेष समुदाय का हितैशी और हिंदुओं को अपमानित करने के आरोप भी लगातार लगते रहते हैं.

लेकिन अब ये उम्मीद की जा सकती है कि अडानी ग्रुप के हाथों में आने से कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं .

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