उदयपुर के कन्हैयालाल की नृशंस हत्या के संदर्भ में ‘विशेष संवाद’ !
राजस्थान स्थित उदयपुर में कन्हैयालाल नामक हिन्दू की जिहादियों द्वारा की गई हत्या कोई साधारण घटना नहीं है, अपितु देश की संप्रभुता सहित यहां के सभ्य समाज, संविधान और लोकतंत्र पर ही आक्रमण है । इस हत्या के पीछे केवल दो मुसलमान न होकर उसके पीछे उनका ‘ब्रेन वॉश’ करनेवाले मदरसे, मौलवी और कट्टरवादी इस्लामी संगठन जिम्मेदार हैं । हिन्दुओं की हत्या करनेवाले ऐसे समाजघाती प्रवृत्तियों के केवल घर पर ही नहीं, अपितु इस जिहादी विचारधारा पर भी ‘बुलडोजर’ चलाना पडेगा । सरकार, प्रशासन तंत्र इन जिहादियों पर लगाम नहीं लगा रहे हों, तो हिन्दू समाज को दोषियों पर कार्यवाही करने के लिए संगठित होना पडेगा, ऐसी चेतावनी ‘विश्व हिन्दू परिषद’ के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. विनोद बंसल ने दी । हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा आयोजित ‘भारत में बढ रही तालिबानी मानसिकता ?’ इस विषय पर ऑनलाइन विशेष संवाद में वे बोल रहे थे ।
आतंकवाद का प्रशिक्षण देनेवाले मदरसे बंद किए जाएं ! – हिन्दू जनजागृति समिति
उदयपुर में कन्हैयालाल की दुकान में ग्राहक बनकर छुपी पद्धति से मुसलमानों ने उनकी हत्या की, कमलेश तिवारी की हत्या भी इसी प्रकार की गई थी । यह वीरता नहीं, अपितु नपुंसकता है । हिन्दू समाज ऐसा नहीं है । इसके विपरीत संवैधानिक रूप में अपना पक्ष रखता है । थोडा भी संयम न रखकर छुरी लेकर हत्या करना, यह कैसा धर्म है ? ‘आतंकवाद का प्रारंभ मदरसों की विचारसाधारा से होता हैे’, ऐसा केरल के राज्यपाल मोहम्मद आरिफ ने कहा है । जिस प्रकार चीन ने मदरसों में क्या पढाना है, क्या नहीं, इस पर नियंत्रण रखा है, उसी प्रकार भारत सरकार को भी करना चाहिए । सरकार मदरसों को निधि देना बंद करे तथा आतंकवादी प्रशिक्षण देनेवाले मदरसे बंद करे । ‘एन.आई.ए.(NIA)’ केवल हिन्दुओं की हत्या करनेवाले दोषियों को न खोजकर यह हत्या करनेवालों को धन की आपूर्ति करनेवाले, उन्हें आश्रय और प्रशिक्षण देनेवाले आदि सभी की पूछताछ करे, ऐसी मांग हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने की ।
भारत को जिहादियों से मुक्त करने के लिए केंद्र सेना को छूट दे ! – लष्कर-ए-हिन्द
नुपूर शर्मा का समर्थन करनेवाली पोस्ट सोशल मीडिया से प्रसारित करने के पश्चात जब कन्हैयालाल को उनके प्राण संकट में है, यह ध्यान में आया, तब उन्होंने उदयपुर पुलिस थाने में शिकायत की; परन्तु राजनीतिक उद्देश्य से प्रेरित राजस्थान पुलिस ने इसकी उपेक्षा की । पुलिस ने समय पर कार्यवाही की होती, तो कन्हैयालाल की हत्या टल गई होती । जिहादी मानसिकता रखनेवाले आतंकवादी केवल हिन्दुओं की ही नहीं, अपितु ईसाई, पारसी, यहूदी आदि सहित जो इस्लाम को नहीं मानते, उन सभी की हत्या करते हैं । कट्टरतावादी मानसिकता समाप्त करने के लिए और भारत को आतंकवादियों से मुक्त करने के लिए केंद्र सरकार को पुलिस और सेना को छूट देनी चाहिए, ऐसा स्पष्ट मत ‘लष्कर-ए-हिन्द’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री. ईश्वरप्रसाद खंडेलवाल ने व्यक्त किया ।
रमेश शिंदे,
राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृति समिति
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