16 से 22 जून तक गोवा में ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ का आयोजन !
दिल्ली – गोवा में गत 11 वर्षों से हो रहे ‘अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ के कारण हिन्दू राष्ट्र की चर्चा अब केवल भारत में ही नहीं, अपितु वैश्विक स्तर पर प्रारंभ हो गई है । इसमें अब हिन्दू राष्ट्र की मांग करनेवाले अनेक व्यासपीठ निर्माण हुए हैं; तो दूसरी ओर देश में जिहाद,आतंकवाद के समर्थक भारी संख्या में गिरफ्तार हो रहे हैं । पंजाब में खलिस्तानवादी पुलिस- प्रशासन को आवाहन दे रहे हैं, हिन्दू कार्यकर्ताओं की हत्या कर रहे हैं; तो मणिपुर, नागालैंड जैसे राज्यों में हिन्दुओं के घर जलाए जा रहे हैं । कश्मीर से धारा 370 हटा दी गई है, तब भी वहां के हिन्दू सुरक्षित नहीं हो पाए । देशभर में साक्षी, अनुराधा, श्रद्धा वालकर जैसी असंख्य हिन्दू लडकियों की ‘लव जिहादियों’ द्वारा होने वाली निर्घृण हत्याओं को देखते हुए, ऐसा दिखाई देता है कि देश की परिस्थिति अत्यंत गंभीर हो गई है । ‘दी केरला स्टोरी’ इस फिल्म द्वारा प्रस्तुत वास्तविकता केवल ‘केरल’ राज्य तक ही मर्यादित नहीं रही, अपितु इन जिहादियों के षड्यंत्र की व्याप्ति देशभर में उजागर हो रही है । एक ओर हिन्दुओं के भाषण करते ही तुरंत उन पर ‘हेट स्पीच’ का अपराध प्रविष्ट किया जाता है; परंतु ‘सर तन से जुदा’ करने की खुले आम घोषणा देनेवालों पर कार्रवाई होते हुए दिखाई नहीं देती । दूसरी ओर राष्ट्रीय जांच यंत्रणा (NIA) की छानबीन में ‘पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ एवं ‘आइ.एस्.आइ.एस्.’ भारत को वर्ष 2047 तक इस्लामी राष्ट्र बनाने का षड्यंत्र रच रहे हैं, ऐसा उजागर हुआ है । ऐसी स्थिति में हिन्दू धर्म ही एकमात्र ऐसा धर्म है जो समाज को जोड सकता है, विश्वबंधुत्व की एवं ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की संकल्पना प्रस्तुत कर सकता है । इसलिए भारत के पुन: टुकडे होने नहीं देने हैं, तो भारत को आदर्श रामराज्य अर्थात हिन्दू राष्ट्र बनाने के अतिरिक्त विकल्प नहीं; इसीलिए हिन्दू राष्ट्र स्थापना के कार्य को गति देने के लिए प्रतिवर्ष समान 16 से 22 जून 2023 तक ‘श्री रामनाथ देवस्थान’, फोंडा, गोवा में एकादश ‘अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ अर्थात ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ आयोजित किया गया है, ऐसा हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगले ने पत्रकार परिषद में कहा । प्रेस क्लब ऑफ इंडिया, दिल्ली में आयोजित पत्रकार वार्ता में अधि. विष्णु शंकर जैन, प्रवक्ता, हिन्दू फ्रंट फॉर जस्टिस तथा सनातन संस्था की प्रवक्ता कु. कृतिका खत्री भी उपस्थित थे । इस अवसर पर सनातन संस्था की प्रवक्ता कु. कृतिका खत्री ने कहा, इस बार के अधिवेशन में ‘हिन्दू राष्ट्र संसद’ इस विशेष सत्र का आयोजन किया गया है । विविध विषयों पर विशेषज्ञों के परिसंवाद, विशेष कार्य करनेवाले मान्यवरों की भेंटवार्ता भी इस बार के अधिवेशन का विशेष आकर्षण होगा । ‘लव जिहाद’, ‘हलाल सर्टीफिकेशन’, ‘लैंड जिहाद’, ‘काशी-मथुरा मुक्ति’, ‘धर्मांतरण’, ‘गोहत्या’, मंदिर संस्कृति की रक्षा’, ‘कश्मीरी हिन्दुओं का पुनर्वसन’, ‘पाकिस्तान एवं बांग्लादेश के हिन्दुओं पर अत्याचार’ जैसे विविध विषयों के साथ ही हिन्दू राष्ट्र की नींव रखने के लिए आवश्यक विषयों पर इस महोत्सव में विचारमंथन होगा ।
अधि. विष्णु शंकर जैन ने कहा कि काशी, मथुरा, भोजशाला, क़ुतुब मीनार मुक्ति, प्लेसेस ऑफ वरशिप एक्ट, वक्फ एक्ट, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग एक्ट, सच्चर कमिटी, अल्पसंख्यक मंत्रालय, भारतीय संविधान के अंतर्गत आए धर्मनिरपेक्षता शब्द, मंदिर अधिग्रहण इत्यादि के विषम में निरंतर न्यायालयीन संघर्ष कर रहे हैं और हिन्दू राष्ट्र स्थापना हेतु न्यायालयीन संघर्ष करते रहेंगे। मंदिर मुक्ति के माध्यम से हिन्दू राष्ट्र स्थापना में योगदान कर रहे हैं तथा हिन्दुओं को आवाहन करते हैं कि जागृत होकर अपने आस्था के केंद्रों के पुनर्जीवन हेतु संघर्ष करें। इस हिन्दू राष्ट्र महोत्सव से हिन्दू राष्ट्र स्थापना के कार्य को गति मिलेगी। हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक, सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगले ने कहा, इस अधिवेशन के लिए अमेरिका, इंग्लैंड, सिंगापुर, बांग्लादेश, नेपाल सहित भारत के 28 राज्यों के 350 से भी अधिक हिन्दू संगठनों के 1500 से भी अधिक प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है । इस अधिवेशन में प्रमुखता से अमरावती के ‘श्री रुक्मिणी वल्लभ पीठ’के अनंत विभूषित श्री जगद्गुरु रामानंदचार्य श्री स्वामी रामराजेश्वराचार्यजी सरकारजी, ‘विश्व हिन्दू परिषद’के देवगिरी प्रांत के संपर्कप्रमुख धर्माचार्य ह.भ.प. जनार्दन महाराज मेटे, ‘इंटरनैशनल वेदांत सोसाइटी’के स्वामी निर्गुणानंदगिरी महाराज, त्रिपुरा के ‘शांति काली आश्रम’के स्वामी चित्तरंजन महाराज, छत्तीसगढ के ‘शदाणी दरबार’के प.पू. डॉ. युधिष्ठिरलाल महाराज, छत्तीसगढ के ‘श्री जामडी पाटेश्वरधाम सेवा संस्थान’के संचालक श्रीरामबालकदास महात्यागी महाराज, गोंदिया के ‘महात्यागी सेवा संस्थान’के अध्यक्ष पू. महंत श्रीरामज्ञानीदास महात्यागी महाराज आदि संतों की वंदनीय उपस्थिति भी इस अधिवेशन में होगी ।
इसके अतिरिक्त प्रमुख रूप से काशी की ज्ञानवापी मस्जिद के विरोध में न्यायालयीन लडाई करनेवाले अधिवक्ता (पू.) हरिशंकर जैन, तेलंगाना के हिन्दुत्वनिष्ठ विधायक टी. राजासिंह, भूतपूर्व विधायक एवं ‘हिन्दू इकोसिस्टिम’ के संस्थापक तथा भा. जा. पा. के नेता श्री कपिल मिश्रा के साथ ही वरिष्ठ अधिवक्ता, उद्योगपति, विचारक, लेखक, मंदिर विश्वस्त, पत्रकार, इसके साथ ही अनेक समविचारी सामाजिक, राष्ट्रीय एवं आध्यात्मिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहनेवाले हैं । इसके साथ ही दिल्ली से कर्नल आर. एस. एन सिंह भी इस महोत्सव के लिए उपस्थित रहनेवाले हैं । इस अधिवेशन का सीधा प्रक्षेपण हिन्दू जनजागृति समिति के जालस्थल HinduJagruti.org द्वारा, इसके साथ ही समिति के ‘HinduJagruti’ इस ‘यू-ट्यूब’ चैनल एवं facebook.com/hjshindi1 इस फेसबुक द्वारा भी किया जानेवाला है । विश्वभर के हिन्दुत्वनिष्ठ इस ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’का लाभ लें, ऐसा आवाहन हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से किया गया ।
DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.