महाराष्ट्र में कोरोना के मामले सबसे ज्यादा हैं वहां के हालात हर रोज बेकाबू हो रहे हैं. सरकार इस भयावह स्थिति को संभाल पाने में बिल्कुल नाकाम दिख रही है. वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र में लापरवाही का आलम भी चरम पर है, इस भयावह स्थिति के बीच नासिक में दुखद घटना घटी है जहां जाकिर हुसैन अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक लीक होने के बाद 22 मरीजों की मौत हो गई है। जानकारी है कि करीब अस्पताल में भर्ती 30 से 35 मरीजों की हालत गंभीर है। वहीं सूत्रों की माने तो मरने वाले का आंकड़ा और बढ़ सकता है .

दरअसल नासिक के जाकिर हुसैन अस्पताल में बुधवार सुबह 11.30 बजे टैंक से ऑक्सीजन लीक होनी शुरू हुई थी, जिसके बाद फायर विभाग की टीम मौके पर पहुंची और लीक पर काबू पाने की कोशिश की गई। अस्पताल के टैंक से ऑक्सीजन लीक पर लगभग काबू पाया जा चुका है. इसी दौरान टैंक से ऑक्सीजन लीक के दौरान कुछ वैंटिलेटर्स पर ऑक्सीजन की सप्लाई बाधित हो गई, स्थानीय प्रशासन का कहना है कि लीकेज की वजह से ऑक्सीजन की सप्लाई करीब आधे घंटे तक ठप रही, जिसकी वजह से वेंटिलेटर पर मौजूद 22 मरीजों की मौत हो गई है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नासिक हादसे पर ट्वीट करते हुए कहा कि ‘नासिक के एक अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक रिसाव की वजह से हादसा दिल दहला देने वाला है. उससे होने वाले जानमाल के नुकसान से दुखी हूं. दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना’

वहीं महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ‘नासिक में जो हुआ वह दर्दनाक है. एक अस्पताल में 22 मरीजों की मौत बहुत ही हृदय विदारक है.’ वहीं अब इस पूरे मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने जांच के आदेश दे दिए हैं.

आपको याद होगा पिछले महीने मुंबई में एक मॉल में बने अस्पताल में आग लगने से 11 कोरोना मरीजों की मौत हो गई थी. जाहिर है एक और घटना उद्धव सरकार की लापरवाही की कहानी बयां कर रही है , इसे अंधेरगर्दी के अलावा और कुछ नहीं कहा जा सकता ।

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