आज से 5 साल पहले 2017 में राहुल गांधी ने कहा था कि हम कांग्रेस में महिलाओं की भूमिका बढ़ाएंगे, दुर्भाग्यवश हमारे पास महिला अध्यक्ष नहीं हैं, लेकिन हम अब राज्यों को महिला मुख्यमंत्री देने के लिए काम करेंगे. लेकिन राहुल गांधी जी को कौन समझाएं कि कांग्रेस की कथनी कुछ और होती है और करनी कुछ और.

दरअसल पांच साल बाद हम इसलिए इस राहुल गांधी के इन शब्दों का जिक्र कर रहे हैं क्योंकि कांग्रेस की तरफ से लाख कहा जाए कि पार्टी में महिला नेताओं का कद बढ़ाया जाएगा लेकिन पार्टी में किन खास महिलाओं का कद बढ़ रहा है ये सब जानते हैं, ताजा मामला उत्तर प्रदेश के मथुरा का ले लीजिए जहां कांग्रेस के प्रशिक्षण शिविर में पश्चिमी यूपी की महिला प्रदेश अध्यक्ष प्रीति तिवारी ने अभद्रता का आरोप लगाया. प्रीति तिवारी ने प्रदेश सचिव योगेश तालान और उपाध्यक्ष योगेश दीक्षित पर बदतमीजी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि, “यहां नेताओं को तमीज नहीं है। मेरा कंधा पकड़कर शिविर में प्रवेश करने से रोका गया। महिला प्रदेश अध्यक्ष का कहना था कि अभी तो यह पार्टी जीरो पर है तब इनका यह हाल है। बीजेपी या कोई और पार्टी की तरह सफल रहते तो सब के सब पागल हो जाते। इससे तो भाजपा ही बहुत अच्छी है।“ उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी नेतृत्व कर रही हैं, लेकिन पार्टी में महिलाओं की इज्जत नहीं है।

आपको जानकर हैरानी होगी कि ये सब तमाशा सलमान खुर्शीद के सामने हो रहा था , वहीं प्रियंका गांधी भी इस प्रशिक्षण शिविर में वर्चुअल जुड़ी हुई थीं. कांग्रेस में महिलाओं के साथ बदसलूकी कोई नया नहीं है. इससे पहले प्रियंका चतुर्वेदी के साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ था. वहीं 2020 में तो देवरिया जनपद में कांग्रेस की महिला कार्यकर्ता तारा यादव के साथ मार पीट के बाद भी प्रियंका गांधी ने चुप्पी साध ली थी. बता दें आपको जब से प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की कमान अपने हाथों में ली है तब से पार्टी में आतंरिक कलह बढ़ता ही जा रहा है।

जाहिर है कांग्रेस महिलाओं को तवज्जों देने की बात तो कहती है लेकिन पार्टी के अंदर ही ऐसे लोग मौजूद है जो हकीकत सामने ला देते हैं, और पार्टी की बची-खुची इज्जत भी मिट्टी में मिला देते हैं, लेकिन इन सबके बीच कांग्रेस पार्टी के अंदर महिलाओं के साथ होने वाली इस तरह की अभद्रता और मारपीट की घटना पर प्रियंका गांधी का अब तक कोई जबाव नहीं आया उन्होंने चुप्पी क्यों साध रखी है .इसका कारण तो सब जानना चाहेंगे, या फिर कहीं ऐसा तो नहीं कि कांग्रेस के पास कोई जवाब ही नहीं हो…

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