रविवार को राजधानी दिल्ली के हैदरपुर इलाके में रहने वाले आलोक कुमार नाम के एक हिंदू युवक की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है . हत्या के बाद उसका शव शालीमारबाग के नजदीक एक जंगल में पेड़ से लटका मिला है, युवक की उम्र 17 साल बतायी जा रही है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आलोक कुमार हैदरपुर इलाके में अपने परिवार के साथ रहता था और इसी इलाके में बोतल बंद पानी की आपूर्ति का काम किया करता था। बताया जा रहा है आलोक का एक मुस्लिम लड़की से प्रेम संबंध था। इसी बात को लेकर दोनों के परिवारों में पहले भी कई बार झगड़ा हो चुका है .
जानकारी के मुताबिक हत्या से कुछ दिन पहले लड़की के अब्बा ने आलोक के घर वालों को चेतावनी देते हुए डराया धमकाया भी था और कहा था कि आलोक को सबक सिखाया जाएगा। इसके बाद 17 सितंबर को आलोक को अगवा कर लिया गया और आशंका जाहिर की जा रही है कि उसी दिन हत्या कर दी गई। माना जा रहा है कि हत्यारों ने हत्या करने के बाद शव को पेड़ पर लटका दिया, ताकि मामला आत्महत्या का लगे
आलोक के घर वालों का कहना है कि लड़की ने 17 सितंबर को फोन कर उसे बुलाया था और यह भी कहा था कि साथ में फोन मत लाना। घर वालों के मुताबिक लड़की और उसके घर वाले आलोक को इस्लाम धर्म कबूल करवाकर उसे मुसलमान बन कर विवाह करने का दबाव डाल रहे थे, लेकिन आलोक ने इसके लिए साफ मना कर दिया था.
इधर पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम की अंतिम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस मृतक के स्वजन के लगाए गए आरोपों की भी जांच कर रही है। इस बीच आलोक के साथ मारपीट का एक वीडियो भी पुलिस को मिला है , जिसमें कुछ लोग उसके साथ मारपीट करते दिखाई दे रहे हैं। फिलहाल पुलिस वीडियो की जांच कर रही है कि यह कब का है, इधर आलोक की हत्या से गुस्साए विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकर्ताओं ने 19 सितंबर को प्रदर्शन किया और हत्यारों को सजा देने की मांग की, हालात को देखते हुए इलाके में पुलिस बल को सतर्क कर दिया गया है ,
इससे पहले राजधानी दिल्ली में रिंकू शर्मा, अंकित सक्सेना, राहुल राजपूत और अब आलोक कुमार की हत्या हुई है , ऐसे में सवाल उठना लाजमी है, इन सभी को विशेष समुदाय के लोगों ने मारा है बावजूद इसके दिल्ली में हिंदुओं की ‘मॉब लिंचिंग’ पर सन्नाटा पसरा हुआ है .
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