रावण लीला’ रिलीज होने से पहले विवादों में आ गई है. ट्रेलर देखने के बाद से वैसे ही सोशल मीडिया पर लोगों की भौहें तनने लगी थी. जिसके बाद मेकर्स को फिल्म का टायटल तक बदलना पड़ा था. लेकिन रविवार को सोशल मीडिया पर अचानक इस फिल्म को बैन करने की मांग तेज हो गई. ट्विटर पर #BanRavanLeela_Bhavai ट्रेंड कर रहा है. लोग जिस तरह से अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं, उससे लगता है कि वे इस फिल्म से काफी नाराज हैं।

सोशल मीडिया पर लोगों का कहना है कि फिल्म में श्रीराम और रावण की तुलना की जा रही है जो गलत है. एक यूजर ने सेंसर बोर्ड को कटघरे में रखते हुए सवाल किया है. यूजर ने लिखा है, छत्रपति संभाजी महाराज पर बनी मराठी फिल्म को इसलिए रिलीज नहीं होने दिया गया, क्योंकि सेंसर बोर्ड का कहना था कि इससे धर्म की भावना आहत हुई है. लेकिन इसी बोर्ड को ‘रावण लीला’ में हिंदू देवताओं का मजाक होता हुआ नजर नहीं आ रहा. अब कहां गई धार्मिक भावना?

पत्रकार दीपक चौरसिया ने अपने ट्वीट में लिखा है कि‘रावणलीला’ उर्फ़ ‘भवई’ के ट्रेलर में रावण और माँ सीता के किरदारों में प्यार दिखाने की कोशिश नीचता की हद है।कला के नाम पर पूज्य मूल्यों, आस्था के प्रतीकों के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त से परे है। मनोरंजन के नाम पर अश्लीलता का कड़ा विरोध हो। ऐसे फ़िल्मों को बैन करना चाहिए।

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