बंगाल में विधान सभा चुनाव परिणाम के बाद अचानक हिंदुओं का नरसंहार हो रहा है जिसे जान बूझ कर TMC समर्थक द्वारा BJP के कार्यकर्ता पर हमला बताया जा रहा है जो कि बिलकुल गलत है। जब बीजेपी को सिर्फ हिंदुओं ने 38.1% हिंदुओं ने वोट दिए जिसमे 80% दलित, ओबीसी, आदिवासी हैं तो फिर इसे हिंदुओं का नरसंहार क्यूं ना कहें। जांच में पीड़ित और अपराधी के नाम आते ही धीरे धीरे असली षडयंत्र का पता लगेगा।
पूरे देश भर में आक्रोश है और लोग केंद्र सरकार पर राष्ट्रपति शासन लगाने की भी मांग कर रहे हैं। हालांकि केंद्र सरकार संवैधानिक रूप से इस मामले पर कार्यवाही कर रही है। महिला आयोग, केंद्रीय जांच टीम और स्थानीय नेताओं द्वारा मामले की छान बीन हो रही है।
पिछले कुछ वर्षों से विपक्षी दलों के एजेंडे से नागरिकता कानून द्वारा जिसका परिणाम दिल्ली में हिन्दू विरोधी नरसंहार से हुआ जिसमे दोनो समुदायों के मासूम लोगों को जान गवाना पड़ा उसके बाद किसान आंदोलन के नाम पर खालिस्तानी ताकतों का केंद्र सरकार के विरोध में प्रदर्शन जो लाल किला हिंसा मे बदल गया और अब बंगाल हिन्दू नरसंहार।
इन सभी तथ्यों को समझना होगा आखिर इतनी बड़ी साजिश देश के साथ क्यूं हो रही है।
हम बात करते हैं पंजाब से जहां आम आदमी पार्टी अपना अस्तित्व की तालाश में कई वर्षों से लगातार प्रयास कर रही है। याद कीजिए जिस निर्भया की लाश पर राजनीति सुरुआत करने वाले केजरीवाल चुनाव जीतने के बाद उसी निर्भया के सबसे बड़े अपराधी को सीलाई मशीन देते हैं और कुछ पैसे भी।
केजरीवाल खुद को पंजाब की राजनीति में स्थापित करना चाहते हैं पर पंजाब पाकिस्तान के बॉर्डर से जुड़ा है और पाकिस्तान खालिस्तान को समर्थन करता है। दिल्ली हिंसा मे आम आदमी पार्टी ने हिंसा से पहले उन प्रदर्शनकारियों के लिए कई सुविधाएं मुहैया कराई थी। इसलिए यह जांच का विषय है कि क्या पंजाब भविष्य में किसी बड़ी साजिश का शिकार तो नहीं हो सकता है।
अब बात करते हैं बंगाल की जहां हाल ही के चुनाव में ममता बनर्जी की सरकार की वापसी और विपक्ष में कई वर्षों के बाद भाजपा अप्रत्याशित 77 सीट के साथ 2.28 करोड़ वोट पाने में सफल रही जो कि tmc से मात्र 60 लाख कम है पर यह नहीं भूलना चाहिए 70-80 सीटें भाजपा मात्र 40 से 5000 वोट से हारी अगर उन सभी जगहों पर बीजेपी 4000-5000 वोट प्राप्त करती तो 4 लाख वोट मिलने पर और 70-80 सीट जीत सकती थी।
बंगाल में घुसपैठिए और रोहिंग्या को भारी मात्र में बसाया जा रहा है वोट बैंक के हथियार के रूप में जो बंगाल को मुस्लिम बहुल करने की एक सोची समझी साजिश है।
इसलिए पूर्व में बंगाल और उत्तर में पंजाब यह दो राज्य भारत की अखंडता के लिए कितना महत्वपूर्ण है।

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