झारखंड के देओघर में जन्मे मनीष भाई मुंद्रा ने कोरोना काल में कुछ ऐसा काम कर दिखाया जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता। किसीने सही कहा हैं कि भगवान कोई ना कोई रूप में धरती पर आते हैं और लोगों की मदद करते हैं और यहीं बात मनीष भाई ने सच साबित कर दिखाई और लोगो तक जितनी ज्यादा मदद हो सकती थी वे उन्होंने पहुंचाई।मनीष भाई सुपरमैन की तरह लोगो को पिछले 7 महीनों से बिना रुके मदद किए जा रहे हैं और इस बात की हम जितनी भी तारीफ़ करे उतनी कम हैं।मनीष भाई का जीवन बचपन से ही काफी चुनौतियों से भरा हुआ रहा, घर का गुजारा चलाने के लिए मनीष भाई देओघर में सॉफ्ट ड्रिंक बेचा करते थे और थोड़े पैसे जमा कर के वे देओघर से मुंबई आए काम के लिए और कुछ समय तक उन्होंने मुंबई में काम के लिए बिताए और 2002 में वे अफ्रीका के नाइजीरिया में चले गए काम की तलाश में और वो उनका एक सही फैसला साबित हुआ और आज वे एक बड़ी Petrochecmical कंपनी के सीईओ और एमडी है। मनीष भाई ने बॉलीवुड में मूवी प्रोड्यूसर के तौर पर भी हाथ आजमाया और वहां भी वे सफ़ल रहें।काफ़ी सादगी भरे और सरल स्वभाव के व्यक्ति है मनीष भाई। वे योग्य और सक्षम व्यक्तित्व रखते हैं और इस बात का उनको ज़रा सा भी घमंड नहीं।मनीष भाई सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं और कोरोना काल में उन्होंने सोशल मीडिया का भरपूर और सही इस्तेमाल किया लोगो की मदद करने के लिए और ये हमने अपने आंखो से देखा है।
कोरोना काल के शुरुआती दौर में भारत के कुछ अस्पताल में वेंटीलेटर, पीपीई किट्स, मास्क, डिस्पोजेबल बेड इत्यादि की कमियां आ रही थी और मनीष भाई ने भारत की वे सारी अस्पताल में अपने दम पे अकेले करोड़ों का खर्चा कर के भारत के कोने कोने में उन्होंने वेंटीलेटर, पीपीई किट्स, मास्क, डिस्पोजेबल बेड इत्यादि कि व्यवस्था करवाई और इस तरह आ रहीं कमियों को दूर कर दिया, इतना ही नहीं वे कहीं संस्थाओं के द्वारा चल रहें भोजन व्यवस्था में भी दान दिया ताकि गरीब और प्रवासी मजदूरों को भूखा ना रहना पड़े, तकरीबन लाखों लोगों को 2 समय का तैयार भोजन कहीं महीनों तक और फूड किट्स उनके द्वारा दी गई, इसके अलावा जिन जिन लोगों को ऑपरेशन में पैसों कि कमियां आ रहीं थी उनको भी ऑपरेशन के लिए पैसे भिजवाएं, आज तकरीबन 7 महीने हो गए हैं कोरोना काल को और आज भी वे सोशल मीडिया द्वारा मदद के लिए निवेदन आते ही वे कुछ ही क्षणों में मदद पहुंचा देते है। आज भी उन्हें अस्पताल एवम् कहीं व्यक्तियों से ऑपरेशन तथा अन्य मदद के लिए निवेदन आते हैं और वे सारे निवेदनों की जांच करवा के अपने तरफ से मदद जितनी ज्यादा और जितनी जल्दी हो सके वे मदद पहुंचा देते है।
ऐसे ऊंचे व्यक्तिव्त वाले मनिष भाई के लिए मैं जितना भी लिखूं उतना कम हैं और मैं सरकार से निवेदन करता हूं; मनीष भाई को सरकार की तरफ से पुरस्कार दिया जाए उनके किए गए महान कार्यों के लिए।
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