(1) प्रथ्वीराज चौहान ने 12 वर्ष कि उम्र मे बिना किसी हथियार के खुंखार जंगली शेर का जबड़ा फाड़ ड़ाला ।
(2) चौहान ने 16 वर्ष की आयु मे महाबली नाहरराय को हराकर माड़वकर पर विजय प्राप्त करना ।
(3) चौहान ने तलवार के एक वार से जंगली हाथी का सिर धड़ से अलग कर देना ।
(4) महान सम्राट प्रथ्वीराज चौहान कि तलवार का वजन 84 किलौ होना और उसे एक हाथ से चलाना ।
(5) पशु-पक्षियो के साथ बाते करना अर्थार्त उनकी भाषा का ज्ञात होना ।
(6) महान सम्राट का पुर्ण रूप से मर्द होना अर्थार्त उनकी छाती पर स्तंन का न होना ।
(7) महान सम्राट की भुजाँऔ का उनके घुटनो पर लगना ।
(8) प्रथ्वीराज चौहान का 1166 मे अजमेर की गद्दी पर बैठना और दो वर्ष के बाद यानि 1168 मे दिल्ली के सिहासन पर बैठकर पुरे हिन्दुस्तान पर राज करना ।
(9) रानी सयोगिता के स्वंयम्बर के समय रानी का चौहान की मुर्ति को वरमाला पहनाना और चौहान का उसे घर से उठाकर लेजाना ।
(10) गौरी को 16 बार हराकर जीवन दान देना और 16 बार कुरान की कसम का खिलाना।
(11) गौरी का 17 वी बार चौहान को हराना अपने देश ले जाना और चौहान का उसके राजदरबार मे अपनी आँखो का फड़वा लेना पर निचे ना करना ।
(12) गौरी का महान सम्राट को अनेको प्रकार कि पिड़ा देना और कई महिनो तक भुखा रखना पर सम्राट का न मरना ।
(13) महान सम्राट की सबसे बड़ी बात जन्मसे शब्द भेदी बाण का ज्ञात होना ।
(14) चौहान का गौरी को उसी के भरे दरबार मे शब्द भेदी बाण से मारना ।
(15) गौरी को मारने के बाद मुल्लो के हाथो न मरना अर्थार्त स्वंय को खुद मार लेना ।।।

जय हो वीर महापुरुष प्रथ्वीराज चौहान
⚔🙏जय भवानी हर हर महादेव जय राजपूताना ⚔🙏
🇮🇳भारत माता की जय हिंद जय भारत बंदे मातरम🇮🇳
🖋️ शुभम् हिंदू
संस्थापक/राष्ट्रीय अध्यक्ष
हिन्दू एकता समूह
7302114150

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