विश्व हिंदू परिषद के द्वारा आयोजित समरसता के आयाम की अखिल भारतीय दो दिवसीय बैठक अयोध्या धाम के कारसेवक पुरम में हुई संपन्न। देशभर में समरसता की स्थितियों पर किया गया विचार। आगे की कार्य योजना पर किया गया विचार। समरसता के कार्य में तेजी लाने का किया गया है फैसला। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार की अध्यक्षता में संपन्न हुई बैठक।
सामाजिक समरसता को बढ़ाने के लिए विश्व हिंदू परिषद 14 जनवरी मकर संक्रांति को हर वर्ष समरसता दिवस मनाएगा, देश भर में सामाजिक समरसता का अभियान चलाएगा विश्व हिंदू परिषद।16 फरवरी को गुरु रविदास जयंती के साथ-साथ डॉक्टर भीम रामअंबेडकर जयंती, वाल्मीकि और कबीर दास की जयंती पर भी VHP के द्वारा किया जाएगा सामाजिक समरसता का आयोजन।
दो बातों को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने भरी हुंकार।
धर्मांतरण और मंदिरों के ऊपर से सरकार का हस्तक्षेप समाप्त करने के लिए विश्व हिंदू परिषद अपने अभियान को करेगा और तेज–आलोक कुमार
कृष्ण जन्मभूमि आंदोलन को लेकर बोले आलोक कुमार पहले रामलला को करेंगे विराजमान फिर दूसरे अभियान की करेंगे शुरुआत।
सरकार मस्जिद नहीं चलाती गिरजाघर नहीं चलाती चर्च नहीं चलाती तो सरकार का काम मंदिर चलाने का भी नहीं है,मंदिर समाज को वापस करें सरकार इसके लिए हम अपना अभियान तेज करेंगे–आलोक कुमार
केंद्रीय कानून से हिंदू समाज के मंदिर हिंदुओं को वापस मिल जाए–आलोक कुमार
समाज के सभी वर्गों का मंदिर के मैनेजमेंट में हो योगदान। मंदिरों की स्वाधीनता बनी रहे। पर कुछ बातों के बारे में कितनी आमदनी हुई कितना खर्चा हुआ किस चीज पर हुआ उसकी ऑडिटिंग ऐसी फाइनेंसियल ट्रांसपेरेंसी समाज के सभी वर्गों का मंदिर के मैनेजमेंट में योगदान हो ऐसी कुछ बातों को सुनिश्चित करते हुए मंदिर समाज चलाएं जिस समुदाय का मंदिर हो जिस पंथ का मंदिर हो उस पंथ के मंदिर की व्यवस्था के हिसाब से उस पंथ के लोग चलाएं ऐसा हम ढांचा बनाने का प्रयत्न करेंगे और केंद्र सरकार से इस संबंध में एक कानून लाने का अनुरोध किया है।–आलोक कुमार
संगठन ने केंद्र से धर्मांतरण विरोधी कानून बनाने की भी मांग की है।
दो बातों को लेकर विश्व हिंदू परिषद ने हुंकार भरी है।
धर्मांतरण लव जिहाद पर तीन आपत्तियां हैं, जो धर्मांतरण लालच से होता है जो धर्मांतरण भय से होता है और जो धर्मांतरण धोखे से होता है उन तीनों को रोकने के लिए कानून बनना चाहिए लव जिहाद के लिए बनना चाहिए मैं मानता हूं कि उत्तर प्रदेश में जो कानून बनाया उसके अंतर्गत जो प्राथमिक कार्रवाई हुई वह कार्यवाही उपयोगी हुई है और इन गतिविधियों पर रोक लगी है हमने केंद्र सरकार को कहा है कि भाजपा की सरकार आती है कानून बनाती है बाकी सरकारी नहीं बनाती हैं आज आंध्र में तेलंगाना में कर्नाटक के कोस्टल एरिया में केरल में तमिलनाडु में बाकी प्रांतों में भी इस तरह के कानून की आवश्यकता है यह संभव है कि जनता के पूरे दबाव के बावजूद भी इस तरह का कानून वहां की सरकार ना बनाएं तो हम ने केंद्र सरकार से मांग की है की धर्मांतरण और लव जिहाद को रोकने के लिए केंद्र सरकार कानून बनाए और आने वाले दिनों में हम अपने इस अभियान को तेज करेंगे।
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