देख लो गांधी-लालू-मुलायम परिवार…यूं ही कोई नरेंद्र मोदी नहीं बन जाता!
क्या ऐसा अन्य किसी भी देश या अन्य किसी भी पार्टी में हो सकता है कि देश के सर्वोच्च शक्तिमान पद पर आसीन व्यक्ति की सगी भतीजी को ही नगर निकाय जैसे निचले दर्जे के चुनाव में टिकट ना मिले।