विश्व समुदाय का : चीन द्वारा कोरोना महामरी से दुनिया को ग्रस्त किए जाने के अपराध को बहुत प्रमुखता से नहीं लिया जाना बहुत हैरानी और दुःख का विषय है। चीन के रासायनिक लैब परीक्षण में घटी किसी भी दुर्घटना का परिणाम पूरी दुनिया के करोड़ों लोगों ने अपनी जान देकर चुकाई।

विश्व ने चीन जनित , इस बीमारी के वो कीमत चुकाई है जिसकी भरपाई नहीं हो सकती। अब जबकि ट्रम्प प्रशासन ने जाते जाते चीन द्वारा करोना वायरस को एक जैविक हथियार के रूप में विकसित किए जाने के प्रामाणिक दस्तावेज़ प्रस्तुत कर दिए तो चीन द्वारा मानवता के विरूद्ध किए गए इस अपराध पर कोई संदेह नहीं शेष बचता है। और अब मानवता के खिलाफ इस अपराध के लिए चीन को दण्डित किए जाने की अपेक्षा विश्व समुदाय से की जा रही है।

आज चीन की विस्तारवादी महत्वाकांक्षा के सामने कोई सबसे बड़ी बाधा है तो वो है भारत। पिछले कुछ वर्षों में भारत के बदले राजनीतिक नेतृत्व और बेहद आक्रामक रुख से पाकिस्तान ,चीन दोनों ही हतप्रभ रह गए। ऐसे में इस सम्भावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि चीन ने ऐसा कोई जैविक हथियार अपने चिर प्रतिद्वंदी पड़ोसी भारत की अथाह मानव संसाधन शक्ति को बर्बाद करने के लिए ही तैयार किया और आजमाया।

भारत का राजनीतिक दुर्भाग्य हमेशा से यह रहा है कि शत्रु जितने सीमा पार से मिले हैं उतने ही आत्मघाती देश के भीतर से भी . देश तोड़ने के लिए हमेशा तैयार बैठे रहते हैं। इन विकट परिस्थितियों में भी भारत इस असाधारण कोरोना काल से न सिर्फ खुद को बाहर निकालने में सफल रहा बल्कि “हाइड्रोऑक्सीक्लोरोक्वीन ” नामक दवाई पूरी दुनिया को कोरोना से फौरी तौर पर राहत पाने के लिए , से लेकर एक नहीं बल्कि दो दो वैक्सीन बना विश्व का तारणहार बनकर खड़ा हो गया है।

आज विश्व समुदाय के एक दो नहीं बल्कि दर्जनों देश भारत द्वारा निर्मित कोरोना वैक्सीन पाने की कतार में हैं . इस दुर्गम और दुरूह समय में भारत न सिर्फ विश्व का अगुआ बना बल्कि तमाम विकसित देशों को पीछे छोड़ते हुए पहले तो विश्व चिकित्सा जगत द्वारा भारत में सबसे अधिक मौतों के लगाए गए अनुमान को पूरी तरह गलत साबित कर दिया बल्कि। इतनी अथाह और सघन आबादी वाला देश होते हुए भी सारी मुश्किलों को पार करता चला गया।

आज विश्व में भारत एक इकलौता देश है जिसकी नीयत और मानवता के प्रति किए जा रहे अद्भुत कार्य व् प्रयासों को विश्व समुदाय में सबसे अधिक विश्वास हासिल है और ये सब संभव हुआ है भारत ने नए नेतृत्व , नए हौसले और नए तेवर के कारण। ये जो अब बदला हुआ भारत है न डरता है , न झुकता है और न ही किसी बाधा आने से रुकता है।

जय हिन्द। जय भारत।

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