आनेवाली 16 तारीख को बची खुची काँग्रेस का जायज़ा लेने के लिए और शायद ये भी देखने के लिए कि “बुझने से पहले दिए में कितना तेल और बचा हुआ है ” राजमाता सोनिया एंटोनियो राजीव गाँधी जी ने अपने सभासदों के कल्याण के लिए (देश का तो खैर क्या ही कल्याण करेंगी वे जब बेचारे अपने युवराज का ही न कर पा रही हैं कायदे से ) एक बहुत बड़ी वाली आमसभा बुलाई है।
इस बात की भनक तो सिपहसालारों को पहले से ही थी और वे अपनी अपनी तैयारियों में लगे भी हुए थे। जैसे अभी दो दिन पहले ही पंजाब कांग्रेस में छक्के चौके जड़ कर कैप्टन को बाहर का रास्ता दिखाने के बावजूद भी खुद कैप्टन न बन पाने के मलाल से अभी तक उबर नहीं पाए सिद्धू ने बातों बातों में ही अपने मन की बात कह दी कि -असल में पंजाब का सीएम तो सिद्धू को बनाना चाहिए था मगर कोई बात नहीं चन्नी भी अगले साल विधानसभा चुनाव तक कांग्रेस को डुबा देंगे। मतलब जितना सिद्धू ने डुबा कर छोड़ा है चन्नी उससे ज्यादा गोंते लगवा देंगे।
लेकिन गलती से मिस्टेक हुआ और वो वीडियो अगले कुछ घंटों में लोगों को कांग्रेसी टूल किट का मजा दे रहा था। ऊपर से हुआ ये कि सिद्धू जी ने मौन व्रत अलग धारण कर लिया अब अपने कहे उगले को रफू करें भी तो कैसे और सब कुछ ठोक कर कह भी नहीं पाए -ठोको ताली
उधर किसानों पर हुए अत्याचार के विरोध में देश के प्रसिद्ध किसान राबर्ट वढेरा की पत्नी ने अचानक ही सत्याग्रह का झाड़ू मार्ग अपनाते हुए जहां तहाँ झाड़ू लगाना शुरू कर दिया है। हालाँकि इस बीच वे दो बात क्या ध्यान जरूर रखती हैं। वो जगह पहले से बिलकुल साफ़ होनी चाहिए और कम से कम दो सौ लोग मोबाईल से फोटो वीडियो बनाने वाले जरूर हों। उत्तरप्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र ये स्थिति आम आदमी पार्टी के लिए गले की फाँस बन गई है , उन्हें समझ ही नहीं आ रहा कि अगर प्रियंका झाड़ू लगा रही है तो इस हिसाब आम आदमी पार्टी सायकल चलाने लगे और अखिलेश हाथी पर बैठ जाएं।
लेकिन कांग्रेस के अंदर बहुत दिनों से खुन्नस में बैठे पुराने ,घाघ , पक्के वाले घिसे हुए कांग्रेसी बड़े लोगों ने , जिन्होंने पिछले दिनों बड़ी मुश्किल से मिल जल कर एक बहुत बड़ी जी चिट्ठी भी मैडम जी इटली वाली जी के संज्ञान में लाने के लिए लिखी भी थीं मगर मजाल क्या जो मैडम उस चिट्ठी का कॉग्निजेंस भी लें। आखिर राहुल का करियर भी कोई मुद्दा है कि नहीं कांग्रेस में।
कांग्रेस में अध्यक्ष पद वाले दिलचस्प खेल का आयोजन होने के भी अनुमान लगाए जा रहे हैं। ज्ञात हो कि इस खेल में पिछले कई दशकों से दो ही लोग फर्स्ट और सेकेण्ड आ रहे हैं और वे हैं मैडम सोनिया और उनके बेटे गाँधी। और फिर हो भी क्यों न , जब रेस में दो ही लोग हों तो फिर एक फर्स्ट और दूसरा सेकेण्ड ही आ सकता है। फिर सोनिया का कहना है कि जब शाहरुख का बेटा 23 साल का चरस फूंकने के चक्कर में धरा गया है और सब उसे बच्चा है बच्चा है कह रहे हैं तो मेरा लल्ला भी अभी उस हिसाब से बालिग़ ही तो हुआ है और फिर कभी पकड़ा भी नहीं गया है।
कांग्रेस अपने इस महापंचायत में सबसे पहले एक एक करके अपने सभी राज्यों के खलीफा कांग्रेसियों के बीच चल रहे दंगल का फायनल कराना और देखना चाहेगी। हर राज्य की टीम अपने अपने गुट के साथ दुसरे गुट के सारे कुकर्मों की सारे चिट्ठे लेकर मानो तैयार बैठी है। कहीं कैप्टन रूठा हुआ है तो कहीं पायलट जहाज छोड़ के भाग जाने की तैयारी में है।
बस 2022 तक में ही सारा मामला निपट जाना है , अजी हाँ
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