मर्यादाहीन प्रशांत भूषण को मर्यादा सिखाई सुप्रीम कोर्ट ने
अक्सर अपने बयानों से विवादों में घिरे रहने वाले प्रशांत भूषण के कान टाइट होने का समय आ गया है। सुप्रीम कोर्ट ने भूषण को कोर्ट की अवमानना मामले में दोषी पाया है और 20 अगस्त को सजा के एलान का दिन मुकर्रर किया है। सुडो लिबरल गैंग के बड़े माफिया प्रशांत भूषण लगातार देश के खिलाफ बयानबाजी करते पाए जाते हैं।
देश की अखंडता, एकता के खिलाफ बोलकर प्रशांत भूषण ने सैकड़ों मौकों पर मर्यादा तोड़ी है। अभी हाल ही में प्रशांत भूषण ने रामायण-महाभारत सीरियल दिखाए जाने के खिलाफ आपत्तिजनक ट्वीट किया था। प्रशांत भूषण ने 28 मार्च को ट्वीट करते हुए लिखा था कि “लॉकडाउन के कारण करोडों भूखे और सैकड़ों घर जाने के लिए मीलों चल रहे हैं, हमारे ह्र्दयहीन मंत्री लोगों को रामायण और महाभारत की अफीम का सेवन करने के लिए मना रहे हैं”।
उल जलूल बयान देने में माहिर प्रशांत भूषण इससे पहले बाबा रामदेव से भी माफी मांग चुके हैं ,प्रशांत भूषण ने बाबा रामदेव को डिफॉल्टर बताते हुए ट्वीट किया था और फिर इसके बाद उनसे माफी भी मांग ली थी।
देश की सर्वोच्च अदालत सुप्रीम कोर्ट ने राफेल डील में किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया था तब भी प्रशांत भूषण ने कोर्ट के इस फैसले को गलत बताया था, यानी देश की सर्वोच्च अदालत के फ़ैसले पर भी टीका टिप्पणी की और कोर्ट से खुद को बड़ा दिखाया।
इससे पहले भी प्रशांत भूषण देश की अखंडता के साथ खिलवाड़ करते हुए कश्मीर में जनमत संग्रह और सेना वापस बुलाए जाने की बात कह चुके हैं, तब प्रशांत भूषण के इस बयान पर उनकी बड़ी किरकिरी हुई थी।
DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.