खबर को बताने से पहले आज आप सबसे पहले कुछ सवाल क्या बीजेपी का प्रचार करना पाप है ? क्या बीजेपी की जीत पर जश्न मनाना कोई अपराध है ? जाहिर है हम में से कई लोगों का जवाब नहीं में होगा लेकिन कुछ लोगों के लिए ये शायद सबसे बड़ा अपराध सबसे बड़ा गुनाह होगा. अब आपको बताते हैं पूरा माजरा क्या है. उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बीजेपी के एक मुस्लिम कार्यकर्ता की बड़ी ही बेरहमी से सिर्फ इसलिए हत्या कर दी गयी थी क्योंकि उत्तर प्रदेश में बीजेपी की दोबारा जीत पर बाबर ने पूरे मोहल्ले में मिठाई बांटी थी.
कुशीनगर जिले के रामकोला थाने के कठघरही गांव में मुस्लिम युवक बाबर लगातार बीजेपी का प्रचार भी कर रहा था लेकिन उसे ये नहीं मालूम था कुछ लोगों की मानसिकता इतनी गिर गई है, उनके दिमाग में बीजेपी के लिए इस हद तक जहर भरा है कि वो अपनों की जान लेने से भी पीछे नहीं हटेंगे और यहीं हुआ बाबर के साथ.
बीजेपी को समर्थन देने की वजह से वो अपने नाते-रिश्तेदारों की आंख की किरकिरी बना हुआ था. जिसके बाद बाबर को उसके पट्टीदारों ने जमकर पीटा. गंभीर हालत में उसे पहले जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन हालत बिगड़ता देख उसे लखनऊ रेफर किया गया. लेकिन चोट इतनी ज्यादा थी कि इलाज के दौरान बाबर ने दम तोड़ दिया. मृतक बाबर के परिजनों का कहना है कि पड़ोस में रहने वाले पट्टीदार इस बात से गुस्से में थे कि बाबर बीजेपी के पक्ष में प्रचार क्यों क्यों कर रहा है. इस बात को लेकर कई बार बाबर के रिश्तेदारों ने उसे मना भी किया था
बता दें कि ये घटना बीते 20 मार्च की है. जब रविवार को बीजेपी समर्थक बाबर का शव गांव में पहुंचा तो लोग आक्रोशित हो गए. उसके परिजनों ने शव को दफनाने तक से मना कर दिया. इसके बाद स्थानीय प्रशासन मामले में सक्रिय हुआ तब जाके मामला शांत हुआ. वहीं स्थानीय विधायक पीएन पाठक ने भी पीड़ित परिवार को इंसाफ के लिए आश्वसान दिया साथ ही पीएन पाठक ने खुद मृतक बाबर के शव को कंधा दिया और परिवार के बच्चों की पढ़ाई का जिम्मा भी उठाया. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और दो आरोपियों ताहिद और आरिफ की गिरफ्तारी भी कर ली गईं है. बाकी दो की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है.
21 मार्च को एक मामला पंजीकृत किया गया था जिसमें एक व्यक्ति को गंभीर चोटें आई थीं, इलाज के दौरान 25 मार्च को उसकी मौत हो गई। इस मामले में 2 लोगों को गिरफ़्तार करके जेल भेजा जा चुका है। वादी और प्रतिवादी दोनों एक ही समुदाय के हैं: संदीप वर्मा, डीएसपी खड्डा, कुशीनगर pic.twitter.com/X0FqXNAgRV
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 27, 2022
दरअसल बाबर ने रामकोला थाने से लेकर कई अधिकारियों से सुरक्षा की गुहार लगाई थी लेकिन किसी ने उसकी गुहार नहीं सुनी. जब 20 मार्च को दुकान से लौटने के बाद बाबर ने जय श्रीराम का नारा लगाया तब उसके पट्टीदार अजीमुल्लाह, आरिफ, ताहिद, परवेज ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर उसे बड़ी ही बरहमी से पीटा पर हमला बोल दिया. सबने मिलकर उसकी जमकर पिटाई की. हद तो तब हो गई तब मुहल्ले की कई मुस्लिम महिलाओं ने भी उसे पीटा. जान बचाने के लिए बाबर अपने छत पर चढ़ गया, लेकिन उसके रिश्तेदार छत पर पहुंच गए और बाबर को नीचे फेंक दिया. मामले में रविवार को मुख्यमंत्री योगी ने ट्वीट करते हुए कुशीनगर के कठघरही गांव के बाबर की लोगों द्वारा पिटाई से हुई मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांच के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं .
सवाल ये कि ये कटुता ऐसी जहरीली मानसिकता आखिर क्यों. वो भी उस सियासी पार्टी के लिए जो आपके राज्य में आपके लिए, आपके हितों के लिए सबके लिए एक समान रोजगार, सुरक्षा, राशन शिक्षा का इंतजाम किया ऐसी नफरत आखिर क्यों, क्या बीजेपी की बनाई हुई सड़कों पर सिर्फ हिंदु चलते हैं ? सोचिएगा मन में इतना जहर किसी भी सभ्य समाज के लिए सही नहीं है
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