कांग्रेस शासित राज्य छत्तीसगढ़ हाल के दिनों में कनवर्जन का हब बनता जा रहा है. हर रोज ग्रामीण इलाकों में रहने वाले आदिवासी समुदाय के लोगों को अलग-अलग तरह के लालच देकर उनको कनवर्ट किया जा रहा है. हालिया मामला छत्तीसगढ़ के जशपुर का है जहां पुलिस ने ऐसे लोगों का पर्दाफाश करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया है जो आदिवासियों को धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश कर रहे थे. जिसके आरोप में एक पादरी समेत दो लोगों की गिरफ्तारी हुई है .

साभार- ANI

जिन दो लोगों की गिरफ्तारी हुई है उन आरोपियों की पहचान पादरी क्रिस्टोफर तिर्की और ज्योति प्रकाश टोप्पो के रूप में हुई है. दरअसल पुलिस को मिली एक शिकायत के आधार पर इन्हें बगिया ग्राम पंचायत के भालुटोला इलाके से गिरफ्तार किया गया है . मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने तिर्की और टोप्पो, जिन पर भारतीय दंड संहिता और धर्म की स्वतंत्रता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है, ने कथित तौर पर गांव में टोप्पो के घऱ पर स्थानीय आदिवासियों को ईसाई धर्म में परिवर्तित किया.

जशपुर के पुलिस उपाधीक्षक मनीष कुंवर ने कहा कि आईपीसी की धारा 295ए और 34 और धर्म की स्वतंत्रता अधिनियम की धारा 4 के तहत मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि जांच में जो भी जानकारी सामने आएगी, उसके आधार पर आगे की कारवाई की जाएगी.

वहीं VHP के संभाग के सह मंत्री राजेश गुप्ता ने आरोप लगाया है कि रविवार को ईसाई पादरियों की प्रार्थन सभा में कंवर जनजाति के 25 परिवारों के 68 लोग शामिल थे. उन्होंने आगे कहा कि पुलिस और प्रशासन धर्मांतरण को रोकने के लिए पूरी तरह से सक्रिय है. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि ये सब प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष विष्णुदेव साईं के गांव में हो रहा है, जो चिंताजनक है. फिलहाल पादरी क्रिस्टोफर तिर्की और ज्योति प्रकाश टोप्पो को कोर्ट में पेशी के बाद दोनों आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है.

रिपोर्ट के मुताबिक भारत में पेंटेकोस्टलह चर्चों की फैलोशिप के सदस्य पादरी सुधीर तिर्की ने तमाम आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि हम धर्मांतरण नहीं करते हैं. धर्मांतरण कोर्ट और संविधान का मुद्दा है. हमारे चर्च में आने वाले लोगों ने खुद को अवैध रूप से परिवर्तित नहीं किया है. उन्होंने खुद को कानूनी रूप से परिवर्तित कर लिया है. उन्होंने कहा कि लोग हमारे चर्च में पूजा करने आते हैं न कि अपना धर्म परिवर्तन करने के लिए. हम इसके खिलाफ काउंटर एफआईआऱ दर्ज कराएंगे.

हालांकि आरोपी भले तमाम आरोपों को खारिज करें लेकिन हाल के दिनों में छत्तीसगढ़ के इलाकों से ऐसी कई तस्वीरें सामने आयी है जिसमें 1000 से भी ज्यादा लोगों की घर वापसी हुई है. वैसे भी ये कहना गलत नहीं है कि छत्तीसगढ़ के कई इलाके धर्मांतरण गैंग वालों के निशाने पर हैं.

 

 

 

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